करैरा न्यायालय परिसर 14 मई शनिवार को मेगा लोक अदालत का सादा समारोह कार्यक्रम आयोजित किया गया। अध्यक्ष तहसील विधिक सेवा समिति एवं अपर जिला न्यायाधीश संदीप कुमार श्रीवास्तव ने मां सरस्वती पर माल्यार्पण कर लोक अदालत के मंच को विवाद के अंतिम समाधान का केंद्र बताया गया। इस दौरान 8 साल से एक दूजे से अलग रहकर तलाक मांग रहे पति-पत्नी एक साथ हरने राजी हो गए हैं। जानकारी के अनुसार झांसी निवासी रामसेवक (परिवर्तित नाम) का विवाह करैर निवासी मधु (परिवर्तित नाम) से वर्ष 2014 से हुआ था।
इसके बाद आपसी विवाद एवं घरेलू कलह के चलते मामला न्यायालय तक पहुंचा और पति-पत्नि दोनों ही पक्षों ने एक-दूसरे के तलाक का प्रकरण संस्थित कर कार्रवाई की मांग कर रहे थे। जिन्हें न्यायाधीश संदीप कुमार श्रीवास्तव की समझाईश व दोनों पक्षों के अभिभाषक के प्रयास से लोक अदालत में 8 साल पुराने विवाद को भूलकर एक दूसरे के साथ रहने तैयार राजी हुए हैं।
लोक अदालत में 595 प्रकरण रखे गए, इसमें से 115 प्रकरण का निराकरण 6 खण्डपीठ गठित कर किया गया। इसमें 2 खण्डपीठ जिला न्यायालय प्रथम जिला न्यायाधीश संदीप कुमार श्रीवास्तव एवं द्वितीय जिला न्यायाधीश डीएल सोनिया एवं चार खंडपीठ व्यवहार न्यायालय एमके वर्मा द्वितीय व्यवहार न्यायाधीश वरिष्ठ खंड, श्रीकृष्ण बुखारिया प्रथम व्यवहार न्यायाधीश वरिष्ठ खंड, कमला गौतम प्रथम व्यवहार न्यायाधीश कनिष्ठ खंड, मोनिका यादव द्वितीय व्यवहार न्यायाधीश कनिष्ठ खंड की खंडपीठ गठित होकर इन खण्डपीठों में 115 प्रकरणों का निराकरण किया गया।
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