शिवपुरी में एक भाई सीडब्ल्यूसी में शिकायत दर्ज कराई है। भाई का कहना है उसकी नाबालिग बहन का बाल विवाह करा दिया गया है। बाल विवाह को रोकने उसने पुलिस सहित महिला बाल विकास के दरवाजे खटखटाये लेकिन राजनीतिक रसूख के चलते मेरी 15 साल की नाबालिग बहन की शादी रोकने में प्रशासन नाकामयाब रहा। अब भी मेरी बहन का पता नहीं लग पा रहा है।
सौतेले पिता और मामा ने करा दी बहन की शादी
भाई ने बताया कि मेरी मामा की 15 साल की लड़की इंदार थाना क्षेत्र के कुंडाई गांव में रहती है वह कक्षा 8वीं की छात्रा है। बहन ने मुझे 10 मार्च फोन पर जानकारी की दी थी कि मेरे सौतेले पिता और मामा मेरी शादी 11 मार्च को कराना चाहते है जबकि में पढ़ना चाहती हूं। मेरी शादी के लिए अशोकनगर जिले के उमरी के रहने 35 साल के युवक से तय कर दी है। बहन ने मुझसे इस चंगुल से निकालने की फरियाद लगाई थी।
किसी ने नहीं सुनी फरियाद
बहन का फोन आने के बाद मैंने डायल 100 को सूचना दी थी लेकिन डायल 100 आने की कहती रही लेकिन आई नहीं। मैंने 1098 का भी सहारा लिया था इसके बाद प्रशासन की टीम 11 मार्च को बहन की तलाश में पहुंची थी। लेकिन उसके सौतेले पिता और मामा ने बहन को कहीं छुपा दिया। नाबालिग बहन की शादी 11 मार्च की दोपहर में होनी थी लेकिन टीम के पहुंचने की भनक बहन के परिजनों को लग चुकी थी इसके बाद दोपहर में शादी आयोजित न करते हुए रात में शादी किसी फार्म हाउस पर आयोजित की गई है।
सीडब्ल्यूसी ऑफिस में शिकायत लेकर पहुंचे भाई ने बताया कि उसकी बहन को डेढ़ लाख रुपए में भेजा गया है उसकी बहन अभी ससुराल से छुड़ाने की गुहार लगा रही है। विष्णु गिरी का यह भी आरोप है कि प्रशासन ने खतौरा के रहने वाले किसी नामी ग्रामीण नेता के रसूख के चलते कोई कार्रवाई नहीं की है। इसके चलते उसकी बहन का बाल विवाह संभव हो गया।
इनका है कहना
सीडब्ल्यूसी अध्यक्ष डॉ सुषमा पांडे का कहना है कि नाबालिग की शादी होने की शिकायत दर्ज कराई गई थी सीडब्ल्यूसी के ऑफिस में पहुंचकर बालिका के भाई ने शिकायत दर्ज कराई है। संबंधित थाने के लिए कार्रवाई का पत्र लिखा है टीम भी भेजी थी लेकिन लड़की का कोई सुराग नहीं लग सका था।
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