नागदा तहसील के गांव भटेरा में पुलिस सुरक्षा में एक दूल्हे की बनोली (बाना) निकली। इसके पीछे कारण ये था कि गांव में कुछ लोग इसके खिलाफ थे। दूल्हे के परिजनों ने कहा कि सोमवार को शादी की रस्में हुई। इस दौरान बनोली निकाली, लेकिन गांव के कुछ लोगों ने इसे रोक दिया। दूल्हे को जाति सूचक शब्दों से अपमानित किया और बनोली को आगे नहीं बढ़ने दिया। दूल्हे के परिजनों ने इसकी शिकायत थाने में की। शिकायत के बाद पुलिस ने बनोली निकालने के लिए सुरक्षा इंतजाम किए।
भाई ने की पुलिस थाने में शिकायत
मामला नागदा से लगभग 20 किलोमीटर दूर ग्राम भटेरा का है। यहां बुधवार शाम को पुलिस सुरक्षा में बनोली निकाली गई। दूल्हे अर्जुन के पिता रमेश ने बताया कि 'हम अजा वर्ग से आते है। मेरे बेटे अर्जुन (25) का विवाह हुआ। सोमवार शाम से विवाह की रस्में शुरू हुई। सोमवार रात 9 बजे गांव में अर्जुन की बनोली निकाली जा रही थी।'
'इस दौरान गांव के ही सवर्ण समाज के कुछ लोगों ने हमारा रास्ता रोका। जाति सूचक शब्दों का उपयोग कर विवाद करते हुए रास्ते से नहीं निकलने दिया। इस मामले की शिकायत दूल्हे के भाई नरेंद्र सोलंकी ने पुलिस थाने में की। मंगलवार को नरेंद्र ने थाने में एक आवेदन दिया, जिसमें उसने आशंका जताई कि बुधवार को उसके भाई के विवाह की बाकी रस्में होना है। इसमें स्वर्ण समाज के लोग हमला कर सकते हैं।'
भीम आर्मी के कार्यकर्ता भी गांव पहुंचे
शिकायत पर पुलिस ने गांव के निवासी हरी सिंह, गुमान सिंह और राय सिंह के खिलाफ भादवि की धारा 341, 294, 506, 34 भादवि 3 (1) द, 3(1) घ, 3(2) अनु. जाति जनजाति एक्ट में प्रकरण दर्ज किया। तीनों को पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार कर लिया। गांव में निकलने वाली दूल्हे की वर निकासी (बनोली) के लिए नागदा थाने का बल भी गांव में तैनात किया। इस घटना की सूचना मिलते ही भीम आर्मी के कार्यकर्ता भी बुधवार को गांव में पहुंच गए।
शिकायत पर पुलिस ने दी सुरक्षा
थाना प्रभारी नागदा श्याम चंद्र शर्मा ने बताया कि गांव भटेरा में एक दलित वर्ग ने शिकायत की थी कि गांव के सवर्ण समाज के कुछ लोग उनकी शादी की बनोली नहीं निकलने दे रहे। इस मामले की जांच कर तीन लोगों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया है। बुधवार शाम को गांव में पुलिस बल तैनात कर दूल्हे की बनोली निकलवाई गई। शिकायत दूल्हे के भाई ने की थी।
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