सीजन में पहली बार एक ही दिन में साढ़े पांच इंच बारिश हुई। शनिवार रात 7 से रविवार सुबह 7 बजे तक 12 घंटे में ही 5.51 इंच बारिश हुई। इसके पहले पूरी सीजन में इतनी बारिश एक साथ नहीं हुई। अब तक सीजन की कुल बारिश 32 इंच हाे चुकी है। जाे औसत 36 से 4 इंच ही कम है। यानी एक बार और जाेरदार बारिश हाेती है ताे शहर औसत बारिश का आंकड़ा छू लेगा। अपस्ट्रीम और रातभर बारिश से चंबल भी दूसरी बार उफान पर आ गई। चंबल चामुंडा माता मंदिर की छत तक बह रही थी। पहली बार चंबल ने राैद्र रूप दिखाया था और श्मशान तक जा पहुंची थी। रविवार काे चंबल के उफान काे देखने कई लाेग पहुंचे।
कुछ समय के लिए टूटा संपर्क, रविवार काे खुला
गांव अटलावदा और निनावटखेड़ा के बीच बनी पुलिया पर शनिवार काे पानी आ गया था, जाे रविवार सुबह तक बना रहा। इससे ग्रामीण दूध लेकर शहर नहीं आ सके। रविवार दाेपहर 12 बजे बाद पानी उतरने के बाद ही वह शहर आ पाए। कुरेल नदी भी उफान पर रही। गांव ऊंचाहेड़ा में नदी का पानी आने की शुरुआत हाे चुकी थी, लेकिन रविवार काे बारिश रुकने के बाद वह भी शांत हाे गई। गांव आक्याजागीर का नाला उफान पर आ गया। यहां निकासी की व्यवस्था नहीं हाेने से कम बारिश में ही लाेगाें के घराें में पानी घूस जाता है। रविवार काे भी यहां कुछ यहीं हाल रहे।
आगे बढ़ गया मानसून सिस्टम, अभी आसार नहीं
मौसम विशेषज्ञ डॉ. आर.पी. गुप्त ने बताया कि फिलहाल बारिश के आसार नहीं है। हालांकि बादल छाने से बौछार हो सकती है। बंगाल की खाड़ी से आने वाला मानसून सिस्टम पूर्व की ओर निकल गया है। बारिश संबंधित फॉरकास्टिंग भोपाल से की जा रही है।
खेताें में जमा हुआ पानी, बची फसल भी हाे जाएगी खराब
रातभर तेज बारिश से ग्रामीण क्षेत्राें के खेतों में पानी ही पानी जमा हाे गया। जाे रविवार दाेपहर तक बना हुआ था। खेताें में पानी जमा रहने से पाैधाें की जड़ गल जाएगी और वह खराब हाे जाएंगे। एेसे में किसान खेत से पानी निकालने की व्यवस्था करें, वरना खेत में बची फसल भी खराब हाे सकती है।
24 गांव में खराब हुई सोयाबीन फसल देखने पहुंचे विधायक
खाचरौद तहसील के 24 गांवों में बारिश के चलते प्रभावित हुई सोयाबीन फसल का विधायक दिलीपसिंह गुर्जर ने निरीक्षण किया। इस दौरान एसडीएम वीरेंद्रसिंह डांगी, कृषि विभाग के के.एस. मालवीय मौजूद रहे। निरीक्षण में पाया गया कि फसल पर झुलसा रोग, जड़ सड़न, राजोकटोनिया, तना मक्खी (स्टेम फ्लाई) राेग लगा है। गुर्जर ने नष्ट हुई फसल का आंकलन करने के लिए दल गठित करने के निर्देश दिए हैं।
इन गांवों का किया निरीक्षण- दुपड़ावदा, मड़ावदी, मड़ावदा, बरथुन, खेड़ावदा, बरामदखेड़ा, अंतलवासला, राजपुररायती, नंदवासला, सनासला, कनवास, रूनखेड़ा, नरेड़ीपाता, पानवासा, बटलावदी, बंजारी, मीण, श्रीबच्छ, फर्नाखेड़ी, फर्नाजी, घिनोदा, लेकोड़िया टांक, बेड़ावन्या, बिरियाखेड़ी आदि का दौरा गुर्जर ने किसानों से चर्चा कर फसल बीमा कराए जाने की हिदायत दी।
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