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बढ़ती गर्मी के बीच जलसंकट की आहट नगर में सुनाई देने लगी है। वर्तमान में नपा दाेनाें समय यानी सुबह-शाम पेयजल की सप्लाई कर रही है लेकिन नगर में कई क्षेत्राें में व्यर्थ पानी बह रहा है। जिससे आगामी समय में जलसंकट की स्थिति उत्पन्न हाेने की संभावना काे लेकर मंगलवार काे नपा प्रशासक व एसडीएम आशुताेष गाेस्वामी ने अधिकारियाें की बैठक ली। जिसमें अधिकारियाें ने स्वयं स्वीकारा कि दाेनाें समय पेयजल सप्लाई में कई क्षेत्राें में पानी नाली में बह रहा है, ताे वहीं लाेग भी व्यर्थ पानी बहा रहे हैं। ऐसे में अगर अभी से निर्णय नहीं किया गया ताे आगामी समय में जलसंकट की स्थिति बन सकती है। जिस पर प्रशासक व अधिकारियाें द्वारा एक समय पर्याप्त मात्रा में पेयजल उपलब्ध कराने की बात कही। हालांकि एक सप्ताह में रूपरेखा तैयार कर इसे लागू किया जाएगा।
पानी व्यर्थ बहने से राेकने के लिए नपा लगाएगी जुर्माना
कई क्षेत्राें में लाेग नपा के ट्यूबवेल से वाहन धाेने, सड़क धाेने या नाली में ही पानी बहाने का काम कर रहे हैं। इसे लेकर प्रशासक गाेस्वामी ने भी कहा ऐसे लाेगों काे पहले समझाइश दी जाए। इसके लिए बाकायदा मुनादी कराई जाए। अगर उसके बाद भी लाेग नहीं मानते हैं ताे पेयजल परीक्षण अधिनियम के तहत जुर्माने की कार्रवाई की जाए। क्योंकि चंबल से लगातार पानी कम हाे रहा है। ऐसे में आगामी समय में जलसंकट की स्थिति बन सकती है।
चंबल नदी से प्रतिदिन 3 एमसीएटी पानी हाे रहा खर्च
पीएचई के मुताबिक चंबल से प्रतिदिन 3 एमसीएटी पानी की खपत हाे रही है। इस 3 एमसीएफटी पानी का उपयाेग ग्रेसिम उद्याेग, रेलवे, 22 गांवाें की पेयजल याेजना, नागदा नपा, खाचराैद नपा कर रही है। इसमें वाष्पीकरण भी शामिल है। पीएचई के अनुसार गर्मी का दाैर बढ़ने के साथ प्रतिदिन की खपत का आंकड़ा बढ़ने की संभावना है, क्याेंकि वाष्पीकरण भी अधिक हाेगा ताे पेयजल की मांग भी बढ़ेगी।
मानसून आने में 85 दिन बाकी, 89 दिन का पानी शेष, जलस्तर पर नजर
चंबल के जल स्तर पर पीएचई द्वारा लगातार नजर रखी जा रही है। 30 मार्च काे चंबल में 285.65 एमसीएफटी पानी शेष था। बीते 6 दिन में 18 एमसीएफटी पानी की खपत हाेने से चंबल में 267.65 एमसीएफटी पानी शेष बचा है। अगर प्रतिदिन 3 एमसीएफटी ही पानी खर्च हाेता है ताे चंबल में 89 दिन का पानी शेष है और मानसून आने में 85 दिन बाकी हैं। ऐसे में शहर की जलापूर्ति हाे सकती है लेकिन 3 एमसीएफटी से अधिक पानी की खपत हाेती है ताे शहर में जलसंकट गहरा सकता है।
एक समय पेयजल सप्लाई किए जाने पर चर्चा, एक सप्ताह में करेंगे लागू
नपा प्रशासक व एसडीएम आशुताेष गाेस्वामी ने बताया शहर में दाेनाें समय पेयजल सप्लाई में व्यर्थ पानी बहाने की शिकायत मिल रही है। नपा अधिकारियाें से चर्चा में भी यह बात सामने आई है। आगामी समय में जलसंकट की स्थिति न बने, इसे लेकर एक समय पर्याप्त मात्रा में पेयजल सप्लाई किए जाने पर चर्चा हुई है। एक सप्ताह में रूपरेखा बनने के बाद इसे लागू किया जाएगा। वहीं व्यर्थ पानी बहाने वालों पर जुर्माने की कार्रवाई की जाएगी।
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