महिलाओं के हिजाब पहनने को लेकर कर्नाटक से शुरू हुआ विवाद भोपाल और इंदौर के बाद अब उज्जैन पहुंच गया है। उज्जैन में गुरुवार सुबह कलेक्ट्रेट के निर्वाचन कार्यालय के बाहर दीवार पर हिजाब को लेकर विवादित पोस्टर चिपका दिया। इसमें बेटियों पर गंदे शब्दों में कमेंट किया गया है। नीचे अल्लाह हू अकबर भी लिखा है। विवादित पोस्टर को मॉर्निंग वॉक करने वाले राहगीरों ने देखा। इसके बाद पोस्टर की खबर हर तरफ फैल गई। घटना की जानकारी मिलते ही माधव नगर थाना पुलिस बल मौके पर पहुंचा। पुलिस के मुताबिक, पोस्टर बुधवार-गुरुवार की देर रात चिपकाया गया है। पुलिस ने तुरंत पोस्टर जब्त करके अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
सीसीटीवी खंगाल रही पुलिस
थाना प्रभारी मनीष लोधा ने बताया कि मामले को संज्ञान में लिया गया है। असामाजिक तत्वों की सीसीटीवी फुटेज और अन्य साक्ष्यों के आधार पर तलाश की जा रही है। अज्ञात के विरुद्ध धारा 294,505 व अन्य में प्रकरण दर्ज कर लिया गया है।
कैसे शुरू हुआ हिजाब का विवाद?
कर्नाटक के उडुपी में 1 जनवरी को हिजाब पर विवाद शुरू हुआ था, जिसके बाद शिमोगा सहित कई जिलों में इस पर प्रोटेस्ट होने लगा। कर्नाटक के कुंडापुरा कॉलेज की 28 मुस्लिम छात्राओं को हिजाब पहनकर क्लास अटैंड करने से रोका गया था। मामले को लेकर छात्राओं ने हाईकोर्ट में याचिका लगाते हुए कहा था कि इस्लाम में हिजाब अनिवार्य है, इसलिए उन्हें इसकी अनुमति दी जाए। इन छात्राओं ने कॉलेज गेट के सामने बैठकर धरना देना भी शुरू कर दिया था।
लड़कियों के हिजाब पहनने के जवाब में कुछ हिंदू संगठनों ने लड़कों को कॉलेज कैंपस में भगवा शॉल पहनने को कहा था। वहीं, हुबली में श्रीराम सेना ने कहा था कि जो लोग बुर्का या हिजाब की मांग कर रहे हैं, वे पाकिस्तान जा सकते हैं। उनका ये भी कहना था कि हिजाब पहनकर क्या भारत को पाकिस्तान या अफगानिस्तान बनाने की कोशिश की जा रही है?
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