पाएं अपने शहर की ताज़ा ख़बरें और फ्री ई-पेपर
Install AppAds से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप
कोरोना की दूसरी लहर पीक पर है। नतीजतन शहर के 15 में से 8 अस्पतालों में कोरोना के बेड फुल हो चुके हैं। यही नहीं, माधवनगर अस्पताल में कोरोना मरीजों के लिए 119 बेड आरक्षित है बावजूद यहां 123 मरीजों को भर्ती करना पड़ा है। यह आंकड़े उन लापरवाह लोगों को जरूर देखना चाहिए, जो अब भी मास्क नहीं पहन रहे हैं और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने से भी परहेज कर रहे हैं।
कोरोना संक्रमण के बढ़ने पर जिला प्रशासन ने फ्रीगंज स्थित माधवनगर, आगर रोड स्थित चरक अस्पताल व आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज में 519 बेड कोरोना मरीजों के लिए आरक्षित करवाए हैं। इनके अलावा 13 निजी अस्पतालों में भी कोरोना मरीजों का इलाज चल रहा है। इस तरह कुल 15 अस्पतालों में कोरोना मरीजों के लिए 849 बेड आरक्षित हैं। बुधवार देर शाम तक की स्थिति में इनमें से 678 बेड पर मरीज भर्ती थे। चिंताजनक बात यह है कि 8 निजी अस्पतालों के बेड फुल हो चुके थे और माधवनगर अस्पताल में अतिरिक्त मरीजों को रखना पड़ रहा था। माना जा रहा है कि इन हॉस्पिटल में जो थोड़े बहुत खाली बेड बचे हैं, वह इसलिए कि कई मरीजों को होम क्वारेंटाइन में भी इलाज दिया जा रहा है।
6 दिन में 563 नए पॉजिटिव आए, बेड की किल्लत बढ़ सकती है
अप्रैल में कोरोना मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं। 1 से 6 अप्रैल तक 563 नए पॉजिटिव सामने आए हैं। नए संक्रमितों के मिलने की यदि आगे भी यही रफ्तार रही तो बेड की किल्लत बढ़ सकती है। निश्चित रूप से यह हालात चिंताजनक है। हालांकि जिला प्रशासन द्वारा दावे किए जा रहे हैं कि बेड की समस्या नहीं आने दी जाएगी।
^बेड की किल्लत नहीं होने दी जाएगी। सामान्य के अलावा हमारे पास ऑक्सीजन वाले बेड भी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है।
आशीष सिंह, कलेक्टर
पॉजिटिव- कुछ रचनात्मक तथा सामाजिक कार्यों में आपका अधिकतर समय व्यतीत होगा। मीडिया तथा संपर्क सूत्रों संबंधी गतिविधियों में अपना विशेष ध्यान केंद्रित रखें, आपको कोई महत्वपूर्ण सूचना मिल सकती हैं। अनुभव...
Copyright © 2020-21 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.