सरकार आटा, दाल, तेल सस्ता करने के लिए प्रयास कर रही है। बाजार में आटे के भाव में कमी नहीं आ रही है। फिलहाल आटा 38 से 40 रुपए प्रतिकिलो बिक रहा है। इधर, सरकार आटा 29 रुपए 50 पैसे किलो के भाव पर खेरची में सहकारी संस्थाएं 6 फरवरी से बेचेगी। इस तरह सहकारी संस्थाएं करीब 10 रुपए प्रतिकिलो की कमी में आटा बेचेगी।
शहर में आटा मिलों में कमी नहीं आई है। मिल संचालकों का मानना है कि गेहूं महंगा मिलेगा तो आटा महंगा होना ही है। अब यदि गेहूं के भाव घटने लगे तो आटा के आगामी भाव में मंदी आ सकती है। सरकार ने भाव घटाने का फैसला देरी से लिया तो इसका खामियाजा भी आमजन को भुगतना पड़ रहा है। सरकार कीमतों में काबू करने का प्रयास करने के लिए आगे आ रही है।
चिमनगंज मंडी स्थित अप्पू आटा निर्माता बंटा गुरु ने बताया पहले 30 किलो का पैक 1000 रुपए में मिलता था। अब भाव घटाकर 960 रुपए कर दिए हैं। पहले 36 से 38 रुपए और अब 34 से 36 रुपए किलो थोक में बेचा जा रहा है। बाजार में लोकल और बाहर के आटे के भाव में खासा अंतर होने से इस समय आटे की तेजी रुकी। भाव में कोई खास कमी नहीं आई है। यह अलग की अब सरकार आटा बेचना शुरू करेगी, तब हो सकता है कि आटा निर्माता भी भाव कम कर दें। इधर, खेरची विक्रेताओं ने थोक में आटा 34 से 35 रुपए किलो खरीदा तो सस्ता कैसे बेचेंगे। तत्काल में भाव में कमी का असर आना मुश्किल है।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.