कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए प्रशासन ने त्रिस्तरीय प्लानिंग पर काम करना शुरू कर दिया है। इसमें पहला कार्य आईसीयू वाले 60 बेड के वार्ड तैयार करना। जहां केवल कोरोना पीड़ित ही भर्ती किए जा सके। प्लानिंग का दूसरा हिस्सा ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए प्लांट शुरू करवाना है। तीसरा जिले में वैक्सीनेशन का प्रतिशत बढ़ाना। राहतभरी बात यह कि इनमें से दो मोर्चे पर तो प्रशासन ने काफी हद तक काम कर भी लिया है।
कोरोना की दूसरी लहर का प्रभाव कम होने के साथ ही वर्ष के अंत तक तीसरी लहर भी आने की आशंका जताई जाने लगी है। आशंका यह भी कि तीसरी लहर बच्चों के लिए घातक हाे सकती है। लिहाजा इन बातों को ध्यान में रखते हुए प्रशासन स्तर से इसकी रोकथाम व महामारी से लड़ने की त्रिस्तरीय प्लानिंग पर काम होने लगा है।
इन कामों की मॉनिटरिंग कर रहे जिला पंचायत सीईओ अंकित अस्थाना ने बताया कि कलेक्टर आशीष सिंह के मार्गदर्शन में त्रिस्तरीय प्लानिंग पर काम किया जा रहा है। इस प्लानिंग में आईसीयू बेड के वार्ड की व्यवस्था करने, ऑक्सीजन की उपलब्धता और वैक्सीनेशन पर जोर है।
वार्ड
माधवनगर अस्पताल में 30 और चरक में 20 बेड का आईसीयू वार्ड तैयार किया जाएगा। जहां बच्चे व बड़े दोनों तरह के रोगी भर्ती हो सकेंगे। इसके अलावा जिला अस्पताल में भी 10 बेड का आईसीयू वार्ड रहेगा। केवल बड़ों का ही इलाज होगा। फिजिकल सेपरेशन सहित सर्वसुविधायुक्त इन वार्डों में कोरोना ग्रसित ही भर्ती हाे सकेंगे।
ताजा स्थिति : इनके लिए करीब 1 करोड़ रुपए का प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा हुआ है। हाल ही में इससे जिले के प्रभारी मंत्री जगदीश देवड़ा को भी अवगत करवाया गया है।
ऑक्सीजन
3800 लीटर पर मिनिट के प्लांट स्थापित किए जा रहे हैं। तीन प्लांट लोकार्पण हो चुके हैं और पांच के लिए भूमिपूजन हुआ है। इनसे रोज 788 सिलेंडर मिल सकेंगे।
ताजा स्थिति : माधवनगर में 300 व 500 एलपीएम व नागदा के बीमा अस्पताल में 600 एलपीएम क्षमता के प्लांट है। इनसे 58, 105 व 125 सिलेंडर रोज मिल सकेंगे। बड़नगर, महिदपुर, आयुर्वेदिक अस्पताल, चरक व जिला अस्पताल में पांच प्लांट के लिए भूमिपूजन हुए हैं। इनमें से चरक में स्थापित होने वाला प्लांट 400 एलपीएम क्षमता का है, जबकि बाकी चारों 500-500 एलपीएम क्षमता के हैं। पांचों प्लांट से रोज 500 सिलेंडर मिल सकेंगे। उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही बचे हुए प्लांट भी स्थापित हो जाएंगे।
वैक्सीन
तीसरी लहर आने के पहले जिले में जितना ज्यादा हो सके वैक्सीनेशन करवा दिया जाए। अभी लक्ष्य की तुलना में 59 फीसदी डोज लगे हैं
ताजा स्थिति : जिले में वैक्सीनेशन के लक्ष्य 16 लाख 21 हजार 401 के एवज में मंगलवार तक 8 लाख 2 हजार 9 लोगों को पहला और 1 लाख 54 हजार 197 को दूसरा डोज भी लग चुका है। यानी कुल 9 लाख 56 हजार 206 डोज लग चुके हैं। लक्ष्य की तुलना में यह आंकड़ा करीब 59 फीसदी है।
150 बेड का आईसीयू वार्ड
त्रिस्तरीय प्लानिंग पर काम कर रहे हैं
कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए माधवनगर, चरक व जिला अस्पताल में नए आईसीयू वार्ड बनाने के अलावा ऑक्सीजन की आपूर्ति और वैक्सीनेशन तेजी से करवाने के काम शामिल है। आईसीयू वार्ड के लिए करीब एक करोड़ का प्रस्ताव कलेक्टर के जरिए शासन को भेजा गया है।
अंकित अस्थाना, सीईओ, जिला पंचायत
अब वैक्सीनेशन के लिए टोकन सिस्टम...सुबह 8.30 बजे टोकन लेने सेंटर पर जाना पड़ रहा
वैक्सीन पर्याप्त नहीं मिलने से टीकाकरण की व्यवस्था में बदलाव किया है। अब सेंटर पर सुबह 8:30 बजे टोकन बांटे जाते हैं और उसके बाद वैक्सीनेशन हो पाता है। ऐसे में लोगों को दो बार सेंटर जाना पड़ रहा है। सुबह उन्हें जल्दी जाकर टोकन लेना पड़ता है और फिर बारी आने पर टीका लगवाने के लिए पहुंचना पड़ता है।
जिला टीकाकरण विभाग के अधिकारियों का कहना है कि सेंटर पर भीड़ न लगे इसके लिए नगर निगम की ओर से टोकन व्यवस्था लागू की है। पर्याप्त टीके नहीं मिल पाने से अब 4 दिन तक टीकाकरण नहीं होगा। जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. केसी परमार ने बताया 15, 16, 17 एवं 18 जुलाई को कुल 4 दिन तक वैक्सीनेशन का कार्य नहीं होगा।
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