महाकाल मंदिर में प्रोटोकॉल व्यवस्था पॉइंट में कमी आई:दोपहर तक बिके मात्र डेढ़ सौ टिकट,नई व्यवस्था से आम दर्शनार्थी खुश

2 महीने पहले
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विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में प्रोटोकॉल के तहत अतिविशिष्ट वीआईपी जिन्हे शासन से प्रोटोकाल सुविधा प्राप्त है। ऐसे वीआईपी को छोड़कर प्रोटोकाल के माध्यम से दर्शन को जाने वाले अन्य श्रद्धालुओं पर को अब से 250 रूपए का टिकट लेने के बाद ही प्रवेश दिया जा रहा है। बुधवार से शुरू हुई व्यवस्था के पहले दिन दोपहर तक करीब डेढ़ सौ टिकट 250 रूपए के बिके थे।

श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति ने पिछले दिनों आयोजित बैठक में निर्णय लिया था कि शासन के प्रोटोकॉल अनुसार अति विशिष्ट लोगों को मंदिर दर्शन के लिए आने पर प्रोटोकॉल के माध्यम से निशुल्क दर्शन कराए जाएंगे। विशिष्ट लोगों के अलावा अन्य जो लोग प्रोटोकाल से आते है उन्हें प्रोटोकाल की सुविधा देने पर 250 रूपए का टिकट लेने के बाद ही प्रवेश दिया जाएगा। व्यवस्था एक फरवरी से मंदिर में शुरू भी हो गई। बुधवार को पहले दिन सुबह से दोपहर बाद तक मंदिर प्रशासन के पास प्रोटोकॉल के तहत करीब 35 पॉइंट आए थे। पॉइंट लेकर लोग जब प्रोटोकॉल कार्यालय पहुंचे तो पता चला कि 250 रूपए का टिकट लेना होगा। टिकट का सुनकर कई लोग बिना दर्शन के रवाना हो गए। हालांकि शाम 4 बजे तक प्रोटोकॉल के माध्यम से जाने वाले करीब डेढ़ सौ लोगों ने 250 रूपए प्रति व्यक्ति टिकट लेकर प्रवेश किया। गौरतलब है कि मंदिर समिति ने यह व्यवस्था इसलिए शुरू की है कि प्रोटोकॉल के नाम पर प्रतिदिन सैकड़ों ऐसे लोग जो प्रोटोकॉल के दायरे में नहीं आते है, वे भी बिना शुल्क दिए प्रोटोकॉल के नाम पर प्रवेश कर रहे थे।

व्यवस्था का अच्छा रिस्पांस

श्री महाकालेश्वर मंदिर समिति के सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल ने कहा कि पहले दिन से ही व्यवस्था का अच्छा रिस्पांस मिल रहा है। दर्शनार्थी खुश है अच्छे से दर्शन व्यवस्था हो रही है। महाकाल मंदिर समिति की बैठक में निर्णय लिया था। जिसमें राज्य स्तर या गजट नोटिफिकेशन में दर्ज जो अतिथि है, उन्हे छोड़कर सभी को 250 रूपए का टिकट लेना होगा। व्यवस्था से यात्री खुश है। टिकट लेकर ही दर्शन कर रहे है।