शहर के प्रमुख जल स्रोतों सप्त तालाबों के आसपास का अतिक्रमण चिन्हित करने के निर्देश कलेक्टर ने दिए हैं। कलेक्टर ने कहा है कि यहां से अतिक्रमण हटाए जाएं, जिन मामलों में कोर्ट जाने की जरुरत हो उन मामलों में विधिक सहायत लेकर कोर्ट भी जाएं।
दरअसल गोवर्धन सागर और क्षीरसागर में अतिक्रमण और निजी व्यक्तियों के नाम राजस्व प्रविष्टियों में होने की शिकायत की गई थी। इसके बाद कलेक्टर ने सभी तालाबों में अतिक्रमण और राजस्व में नाम जांचने के आदेश दिए हैं। शहर के सात प्रमुख तालाब (सप्त सागर) में रुद्र सागर, गोवर्धन सागर, पुरुषोत्तम सागर, पुष्कर सागर और क्षीरसागर के आसपास की खाली पड़ी जमीन पर अतिक्रमण हो रहा है। कलेक्टर ने कहा कि सभी तालाबों पर कार्रवाई एक माह के भीतर करने की जाए। सप्त सागर के अलावा कलेक्टर ने दूधतलाई, नीलगंगा और सूरजकुंड की भी मौके पर जांच करके रिपोर्ट मांगी है।
इन बिंदुओं पर होगी जांच -
1. कस्बा के वर्ष 1899 के नक्शे नंबरों को 1927 के अधिकार अभिलेख के आधार पर अतिक्रमण के संबंध में कार्यवाही की जाए।
2. यदि राजस्व व नगर निगम अभिलेखों में गलत प्रविष्टियां हैं तो उनकी जांच कर प्रविष्टि सुधार हेतु विधि विभाग की सलाह लेकर कार्रवाई की जाए।
3. जिन मामलों में सिविल न्यायालय सहायता देने हेतु सक्षम है वहां सरकारी वकील से राय लेकर कार्रवाई की जाए।
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