उज्जैन के एक युवक को गूगल पर कस्टमर केयर नंबर सर्च करना महंगा पड़ गया। युवक को जो नंबर मिला उस पर फोन किया तो जमशेदपुर में बैठे आरोपी ने उज्जैन के युवक के खाते से 49 हजार रुपए उड़ा दिए। दो साल बाद साइबर सेल को आरोपी हाथ लगा। पुलिस उसे झारखंड के जमशेदपुर से गिरफ्तार कर लाई।
उज्जैन के अन्नपूर्णा नगर निवासी राजेश गंगवाल ने 2019 में राज्य साइबर सेल को शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने ऑनलाइन वेबसाइट से एक स्मार्ट वाच ऑर्डर की थी। लेकिन घड़ी में समस्या आने पर गूगल पर सर्च करके कम्पनी का कस्टमर नंबर पता किया। फोन लगाने पर सामने वाले ने घड़ी से सम्बंधित सभी जानकारी मांगी।
कहा कि आपको एक नंबर दिया जाएगा। उस नंबर पर सभी जानकारी फॉरवर्ड कर दीजिएगा। सभी जानकारी कस्टमर केयर पर फॉरवर्ड कर दी। तब देखते ही देखते एक के बाद एक पांच ट्रांजेक्शन हुए। जिसमें मेरे बैंक एकाउंट से 49295 रुपए निकाल लिए गए।
उप निरीक्षक अमित परिहार ने बताया कि आरोपी ने गूगल पर INFRILL.COM वेब साइट के कस्टमर केयर का नंबर डाला गया था। इसी वेबसाइट के माध्यम से राजेश गंगवाल के साथ ठगी की गई। पुलिस ने धारा 419, 420 के अंतर्गत एफआईआर दर्ज की।
ऐसे पकड़ा -
मामले की जांच की गयी और बाद में विवेचना में डिजिटल तथ्यों एवं तकनिकी जानकारी पर साइबर सेल उप निरीक्षक अमित परिहार, सहायक उप निरीक्षिक हरेंद्र सिंह राठौर, आरक्षक कमलाकर उपध्याय की टीम को झारखंड व पश्चिम बंगाल रवाना किया गया। टीम ने पुरलिया, जमशेदपुर, सराईकेला पर छानबीन की।
साइबर टीम ने जमशेदपुर के सबराती अंसारी पिता मकसूद अंसारी को निवासी मुस्लिम बस्ती कपाली से पकड़ा गया। पूछताछ में पता चला कि आरोपी सबराती ने पूरे घटनाक्रम को अंजाम था। जिसके बाद सबराती ने बताया कि उस पर लोगों की उधारी बढ़ गई। इसलिए रुपए चुकाने के लिए यूट्यूब पर वीडियो देख ठगी का तरीका सीखा। जिसके बाद आरोपी ने कई लोगों के साथ ऑनलाइन ठगी की।
सबराती कॉलर को यूपीआई लिंक भेजता था जिसके बाद एक्टिवेट कर बैंक खाते से ठगी करता था। इसके बाद उसने वारदात करना शुरू कर दिया। पुलिस उससे और भी अपराधों की जानकारी का पता लगा रही है। साथ ही उसके नेटवर्क में और कौन कौन हैं, ये भी पूछताछ कर रही है।
साइबर सेल ने एडवायजरी जारी की -
- सर्च इंजन पर कस्टमर केयर नंबर पर सर्च ना करें
- जिस वेबसाइट या एप से ऑनलाइन शॉपिंग की गई है उसी के हेल्प ऑप्शन पर जाकर अपनी समस्या का समाधान करना चाहिए।
- लीगल वेबसाइट पर ही सर्च कर शॉपिंग करें
- कभी भी लिंक वाले मैसेज पर क्लिक नहीं करें
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