उज्जैन में LPG प्लांट में हादसा, 2 की मौत:12 घंटे बाद देर रात 3.30 बजे निकाला गया दोनों का शव, सुबह पीएम के बाद परिजनों को सौंपा

उज्जैनएक वर्ष पहले
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एनडीआरएफ की टीम ने रात 3.30 बजे रेस्क्यू कर दोनों मृतकों के शव निकाले।

उज्जैन के नजदीक घट्टिया तहसील में मौजूद इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन के बॉटलिंग प्लांट में बड़ा हादसा हो गया। यहाँ एलपीजी बॉटलिंग प्लांट की सफाई कर रहे दो लोगों की गिरने से मौत हो गई। दोनों के शवों को देर रात 3.30 बजे निकाला गया। दोनों श्रमिकों की मौत पर मुख्यमंत्री शिवराजसिंह ने ट्विट कर दु:ख जताया है।

इसके लिए एनडीआरएफ की टीम को भोपाल से बुलाया गया था। जबकि इनके साथ में इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन के गुना स्थित प्लांट, नागदा स्थित ग्रेसिम इंडस्ट्रीज की रेस्क्यू टीम, एसडीआरएफ और प्रशासन भी पूरी रात लगे रहे।दोनों के शवों को वहां से सीधे पोस्टमार्टम हाउस लाया गया और पोस्टमार्टम करने के बाद अल सुबह उनके गांव रवाना किया गया।

मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने हादसे पर दु:ख जताया।
मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने हादसे पर दु:ख जताया।

नाराज परिजनों ने चक्का जाम किया, पुलिस ने 10 मिनट में हटाया
परिजनों को अंदर नहीं जाने देने से नाराज करणी सेना के पदाधिकारियों ने उज्जैन-आगर-झालावाड़ मार्ग जाम कर दिया। हालांकि 10 मिनट बाद ही घटिया पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हटाकर रास्ता खोल दिया। घटि्टया थाना टीआई विक्रमसिंह चौहान ने बताया कि चक्का जाम प्रतीकात्मक था। थोड़ी ही देर में प्रदर्शन कर रहे लोगों हटाकर ट्रैफिक खोल दिया गया।

मृतक राजेंद्रसिंह राजपूत।
मृतक राजेंद्रसिंह राजपूत।
मृतक लाखनसिंह।
मृतक लाखनसिंह।

दोपहर 3.30 बजे हुए हादसा
हादसा दोपहर 3.30 बजे हुआ। मृतकों के नाम लखनसिंह राजपूत (30) निवासी लाबीखेड़ी और राजेंद्रसिंह राजपूत (27) निवासी ग्राम जलवा थाना राघवी हैं। घटना की जानकारी प्रशासन को शाम 5.30 बजे दी गई। इसके बाद अफसर मौके पर पहुंचे।

देर रात भोपाल से पहुंची एनडीआरएफ की टीम

एडीएम संतोष टैगोर और एसडीएम गोविंद दुबे ने प्लांट पर पहुंचकर गैल के अधिकारियों से घटना की जानकारी ली। एडीएम टैगोर ने बताया कि इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के अधिकारियों ने शाम 5.30 बजे हादसे की जानकारी दी और रेस्क्यू के लिए मदद मांगी। चूंकि मामला काफी तकनीकी है, इसलिए एनडीआरएफ और इंडस्ट्रीयल हेल्थ एंड सेफ्टी डिपार्टमेंट की मदद लेकर ही आगे बढ़े। मामले की पुलिस जांच की जाएगी। मृतकों के परिजनों को हरसंभव मदद की कोशिश करेंगे।

ये भी हुआ

  • मौके पर मौजूद ग्रामीणों और मृतकों के रिश्तेदारों का आरोप है कि प्लांट में काम कर रहे श्रमिकों को अंदर ही रोक लिया गया था। छुट्‌टी होने के बाद भी उन्हें बाहर नहीं जाने दिया।
  • श्रमिकों को भीतर ही रोक लिया
  • गार्ड ने भी विवाद किया, मृतकों के परिजनों को भी बाहर ही रोक दिया
  • मौके पर भारी पुलिस बल तैनात
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