मानसून के लगातार लेट होने के कारण शहर में पीने के पानी की समस्या बढ़ सकती है। शहर के मुख्य स्त्रोत चीलर डेम में अब डेड स्टोरेज से ही पानी की लिफ्टिंग कर शहरवासियाें की प्यास बुझाई जा रही है। यह भी लोअर सप्लाई लेवल से 3 फीट नीचे जा चुका है। शहरवासियों को पेयजल संकट से जूझना पड़ सकता है, क्योंकि अब केवल एक माह का डेम से सप्लाई का पानी बचा है। अधिकारियों का दावा है कि इस बार जलसंकट जैसी कोई समस्या नहीं आएगी, क्योंकि इसके लिए भी तैयारी कर रखी है।
इस बार अब तक डेम में लगे मोटर पंप की शिफ्टिंग नहीं करना पड़ी। डेम पूरी तरह से खाली होने के पहले ही मानसूनी बारिश से पूरा भराया जाने की संभावना है। मौसम विशेषज्ञों का भी का कहना है कि डेम खाली होने के पहले ही बारिश हो जाएगी और शहरवासियों को पीने की पानी का समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। डेड स्टोरेज में लगभग 15 फीट तक पानी बचा हुआ है। इससे प्रतिदिन शहर के 82 हजार से ज्यादा लोगों की प्यास बुझाई जा रही है।
फिलहाल एक दिन छोड़कर कर रहे पानी सप्लाई
नपा के उपयंत्री अरुण गौड़ ने बताया कि वर्तमान में चीलर डेम से 82 हजार से ज्यादा लोगों की प्यास बुझाई जाती है। फिलहाल जल सप्लाय एक दिन छोड़कर 29 वार्डों में किया जा रहा है। डेम से मोटर के माध्यम से पानी आता है। इसे यहां पर फिल्टर कर पीने लायक बनाकर नलों के द्वारा लोगों के घरों तक पहुंचाया जाता है। प्रतिदिन 60 लाख लीटर पानी की सप्लाई होती है।
60 ट्यूबवेल और 100 हैंडपंप चालू
नपा सीएमओ भूपेंद्र दीक्षित ने बताया कि जलसंकट जैसी समस्या इस बार नहीं आएगी, परंतु आती है तो हमने इसके लिए तैयारी कर रखी है। इनके अलावा नगर में ही 60 ट्यूबवेल और 100 हैंडपंप चालू हालत में है। इससे लोगों की पानी की प्यास हम लगातार बुझाते रहेंगे।
मानसूनी बारिश के लिए करना हाेगा 18 तक और इंतजार
पिछले 24 घंटे में 6 मिमी बारिश दर्ज की गई है। यह बारिश मंगलवार-बुधवार की मध्यरात्रि में हुई। बुधवार को दिन में बादल मंडरा रहे थे, लेकिन मौसम शुष्क था। दोपहर के बाद हल्की बारिश हुई और फिर गर्मी और उमस से लोगों को परेशान होना पड़ा। मानसूनी बारिश के लिए अब एक सप्ताह और इंतजार करना पड़ेगा।
18 जुलाई तक मानसून की दस्तक होने के संकेत मिले हैं। मौसम विशेषज्ञ सत्येंद्र धनोतिया ने बताया बुधवार को अधिकतम तापमान 36.5 एवं न्यूनतम तापमान 27 डिग्री दर्ज किया है। 10-11 जुलाई को मानसून आकर आगे बढ़ गया। अब 18 जुलाई तक मानसून से तेज और संतुष्टिजनक बारिश होने की उम्मीद है।
शहरवासियों को एक माह तक और एक दिन छोड़कर पानी दे सकते हैं
सिंचाई विभाग के कार्यपालन यंत्री लखपतसिंह जादौन ने बताया कि डेम फुल क्षमता में बारिश के समय ही भराता है। इसकी कुल क्षमता 23 फीट है। इस दौरान इसमें 3.68 मिलियन घन मीटर पानी होता है। एक घन मीटर में 1000 लीटर पानी होता है। वर्तमान में लोअर सप्लाई लेवल 1470 फीट से 3 फीट नीचे जा चुका है और अभी 2.65 घन मीटर इसका लेवल है। कुल मिलाकर अगर 1 माह तक पानी नहीं भी आए तो 1 दिन छोड़कर पानी दिया जा सकता है।
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