पंजाब में कोरोना के मरीजों की तादाद लगातार बढ़ती जा रही है। अमृतसर में रोजाना 30 से अधिक कोरोना पॉजिटिव मरीज मिल रहे हैं। कोरोना से बचने का एकमात्र जरिया कोरोना वैक्सीन है, लेकिन अमृतसर में 2.30 लाख लोग ऐसे हैं, जो कोरोना की दूसरी डोज लगवाने ही नहीं आए। वहीं दूसरी तरफ बूस्टर डोज लगवाने के लिए लोगों को रूझान बढ़ा है।
सेहत विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, कोविशील्ड की पहली डोज के 84 दिन बाद दूसरी डोज लगवानी होती है। को-वैक्सीन के बीच का यह अंतराल सिर्फ 28 दिनों का है। इसके बावजूद लोग दूसरी डोज लगवाने नहीं आए। यह वही लोग हैं, जिन पर तीसरी लहर की शुरुआत में सख्ती से पहली डोज लगवाने के लिए दबाव डाला गया था।
230622 लोगों ने नहीं लगवाई बूस्टर डोज
सेहत विभाग के अनुसार, तकरीबन तीन महीने पहले 15,02,345 लोगों ने कोविशील्ड की पहली डोज लगवाई थी। 16,88,885 लोगों ने दूसरी डोज लगवाई है, यानी 1,86,540 लोग ऐसे हैं, जिन्होंने कोविशील्ड की दूसरी डोज नहीं ली।
वहीं तकरीबन एक महीने पहले तक 1,88,861 लोगों ने को-वैक्सीन की पहली डोज ली थी और 2,32,943 लोग दूसरी डोज ले चुके हैं, यानी कि 44,082 लोगों ने अभी तक को-वैक्सीन की दूसरी डोज नहीं ली है।
दो सप्ताह में 27 हजार लोगों ने ली बूस्टर डोज
बूस्टर डोज लगवाने की तरफ लोगों का रूझान बड़ा है। 15 जुलाई को केंद्र सरकार की तरफ से सभी को बूस्टर डोज लगवाने के लिए कह दिया गया था, जिसके बाद से अभी तक 25,065 लोगों ने कोविशील्ड और 2203 लोगों ने को-वैक्सीन की बूस्टर डोज लगवा ली है। दो सप्ताह में कुल 27,268 लोग ऐसे हैं, जो बूस्टर डोज ले चुके हैं।
कोरोना के बढ़ रहे मामले
जिले में कोरोना के मामलों में उछाल देखने को मिल रहा है। सेहत विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, रोजाना 33 या इससे अधिक कोरोना केस मिल रहे हैं, जबकि इस महीने एक और बीते माह भी एक मौत रिपोर्ट हुई थी। अमृतसर में अभी तक 60,255 पॉजिटिव मरीज सामने आ चुके हैं, जिनमें से 58,212 मरीज ठीक हो चुके हैं। एक्टिव मरीजों की गिनती 195 दर्ज की गई है, जो आज 200 के पार जा सकती है। वहीं अमृतसर में मरने वाले मरीजों का आंकड़ा 1843 तक पहुंच चुका है।
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