पंजाब के अमृतसर में अजनाला पुलिस थाने पर कब्जा करने की घटना के बाद आम आदमी पार्टी की सरकार को विपक्ष ने घेरना शुरू कर दिया है। इसके साथ ही कांग्रेस और भाजपा नेताओं ने इस घटना को देश की सुरक्षा के खिलाफ बताया है। पंजाब के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखजिंदर रंधावा ने तो सीएम भगवंत मान को गृह मंत्रालय संभालने में विफल बताया है।
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री व भाजपा नेता कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अजनाला की घटना पर गंभीर चिंता व्यक्त की। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि इससे न केवल पंजाब में कानून व्यवस्था की स्थिति पूरी तरह से चरमरा गई है, बल्कि यह उससे कहीं अधिक गंभीर है। कैप्टन ने इस घटना की ओर केंद्र सरकार का ध्यान आकर्षित करते हुए कहा कि इन घटनाओं में एक विशेष पैटर्न था, जो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए अच्छा नहीं है। विशेष रूप से जब पाकिस्तान ऐसी स्थिति को प्रोत्साहित करने और उसका फायदा उठाने के लिए हमेशा तैयार है।
गुरु ग्रंथ साहिब के ले जाने पर उठाए सवाल
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अमृतपाल सिंह का विरोध करते हुए पवित्र गुरु ग्रंथ साहिब के घटना स्थल पर ले जाने पर सवाल खड़ा किया है। उनका कहना है कि गुरु ग्रंथ साहिब को विरोध स्थल पर ले जाने की मंशा ठीक नहीं थी।
पुलिस स्टेशन पर कब्जा खतरनाक घटना
पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने अजनाला में पंजाब पुलिस स्टेशन पर कब्जे की घटना को खतरनाक बताया। उन्होंने कहा कि यह घटना कानून-व्यवस्था की स्थिति के पूर्ण पतन को दर्शाता है। मुख्यमंत्री भगवंत मान और AAP सरकार सही स्थिति को भांपने में नाकामयाब रही, जिसके भयानक परिणाम होंगे।
आतंकवाद के दौर में भी ऐसा नहीं हुआ
कांग्रेस के पूर्व उपमुख्यमंत्री व राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने मुख्यमंत्री भगवंत मान पर निशाना साध दिया। उनका कहना था कि मुख्यमंत्री भगवंत मान राज्य के गृह मंत्री के तौर पर अपनी जिम्मेदारी निभाने में असफल रहे हैं। अजनाला की हिंसा उनकी सबसे बड़ी नाकामी है। यह इस बात का सबूत है कि राज्य की कानून-व्यवस्था चरमरा गई है। आतंकवाद के काले दौर में भी कभी पंजाब पुलिस के थाने पर कब्जा नहीं हो पाया था।
सांसद औजला का सीएम पर हमला
अमृतसर से सांसद गुरजीत औजला ने मुख्यमंत्री भगवंत मान को घेरा। सांसद औजला ने ट्वीट करके कहा कि अगर पहली सरकारें व बदलाव वाली पार्टी की सरकार ने नशा तस्करों व सौदागरों के रिपोर्टें खोल कर पुलिस अधिकारियों व दोषियों पर हाथ डाला होता तो आज नशा छुड़ाने की आड़ में पुलिस स्टेशन पर कब्जा ना हुआ होता। इसमें आम आदमी की पिसेगा। सरकारी खजाने से करोड़ों रुपए के इश्तिहार में सभी की तस्वीरों के पास अजनाला थाने की तस्वीर भी बहुत कुछ बयान करती हैं।
गुरु ग्रंथ साहिब को ढाल बनाया गया
कांग्रेसी सांसद व पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के पौते रवनीत सिंह बिट्टे ने अमृतपाल पर श्री गुरु ग्रंथ साहिब को ढाल बनाने का आरोप लगाया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान भगत सिंह की पगड़ी का रंग पहनते है। इसलिए उन्हें गुंडों के आगे झुकना नहीं चाहिए। पंजाब के 3 करोड़ लोगों ने उन्हें मुख्यमंत्री बनाया है।
पंजाब में कानून व्यवस्था सरकार से संभल नहीं रही। स्व. स बेअंत सिंह के समय अमृतपाल सिंह जैसे कई घुमते थे लेकिन उन्होंने पंजाब को सुरक्षित हाथों में रखा और सख्त कदम उठाए। बेअंत सिंह के राज से भगवंत मान को सिख लेनी चाहिए। पुलिस को निहत्था करके सरकार उन्हें मरवाना चाहती है। सरेआम पुलिस पर डंडे बरसे है।
विदेशी ताकतों ने मोहरा बना अमृतपाल को भेजा है। बिट्टू ने अमृतपाल को चेतावनी दी कि वह धमकी न दे वह भी पंजाबी है। अमृतपाल कल का बच्चा है जिसे इतना नहीं पता कि एक SSP से बात कैसे करते है। यदि उनकी सरकार होती तो अब कड़ा एक्शन ले लिया होता। थाने में इस तरह से कब्जा होना सरकार पर बड़ा सवाल है।
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