पंजाब के अमृतसर में पुलिस ने एक शिकायत की इंक्वायरी के बाद एसडीएम और दो अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। शिकायतकर्ता एक डॉक्टर है, जिसने अपने पति, पीआरओ और एसडीएम पर उनकी जमीन हड़पने व साजिश रचने के आरोप लगाए हैं। वहीं एसडीएम ने अपने को इस पूरे मामले में निर्दोष बताया है।
अमृतसर के जंडियाला गुरु में रणजीत अस्पताल की डॉक्टर रणजीत शर्मा ने अमृतसर रूरल पुलिस को शिकायत दी थी कि उनके पति सचिन शर्मा, अस्पताल के पीआरओ खुशबीर सिंह और एसडीएम दीपक भाटिया ने फर्जी तरीके से अस्पताल की संपत्ति हड़पने का प्रयास किया है। जिसके बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू की और तीनों के खिलाफ जंडियालागुरु पुलिस स्टेशन में आपराधिक मामला धारा 420, 120-बी के तहत दर्ज कर लिया है।
तरनतारन में तैनात हैं एसडीएम
एसडीएम दीपक भाटिया इस समय तरनतारन में तैनात हैं। इससे पहले वह बटाला, गुरदासपुर में भी अपनी सेवाएं निभा चुके हैं। बटाला पटाखा फैक्ट्री में ब्लास्ट की घटना की जांच भी एसडीएम दीपक भाटिया के हाथ थी। तरनतारन से पहले वह अमृतसर में तैनात रहे।
पारिवारिक झगड़े में घसीटा जा रहा नाम
एसडीएम भाटिया ने अपने ऊपर लगाए गए आरोपों का खंडन किया है। उनका कहना है कि संपत्ति के हस्तांतरण में उनकी कोई भूमिका नहीं है। यह सचिन शर्मा और उनकी पत्नी डॉ रंजीत शर्मा के बीच विवाद चल रहा है। पूरे प्रकरण से उनका कोई लेना-देना नहीं है। मामले में उनका नाम अनावश्यक रूप से घसीटा जा रहा है क्योंकि सचिन उनके दोस्त हैं। वह जांच में पुलिस को सहयोग करेंगे।
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