पंजाब के अमृतसर में आज सभी सरकारी अस्पतालों के कर्मचारी व डॉक्टर हड़ताल पर हैं। जिसके चलते सिविल अस्पताल, सेटेलाइट अस्पतालों के अलावा हेल्थ सेंटरों में ओपीडी को पूरी तरह से बंद रखा गया है, लेकिन अस्पताल में इमरजेंसी सेवाओं को जारी रखा गया है।
गौरतलब है कि सरकारी अस्पतालों का स्टाफ लंबे समय से अपनी मांगों को लेकर हड़ताल कर रहा है। ठेका आधारित स्टाफ पूरी तरह से स्ट्राइक पर है। वहीं अब अन्य कर्मचारी भी आज लंबित मांगों के लिए स्ट्राइक पर रहे। सेहत विभाग इंप्लाइज वेलफेयर एसोसिएशन के चेयरमैन राकेश शर्मा ने बताया कि उनकी इस स्ट्राइक में डॉक्टर भी साथ दे रहे हैं। जिसके चलते ओपीडी को पूरी तरह से बंद रखा गया। इसके अलावा ऑपरेशन भी नहीं किए गए। इमरजेंसी व गायनी विभाग में डिलीवरी की सुविधाओं को ही जारी रखा गया है।
7वां वेतन आयोग लागू करने व टीए-डीए की किश्त जारी करना
राकेश शर्मा ने बताया कि सेहत कर्मचारी लंबे समय से 7वें वेतन आयोग को लागू करने की मांग कर रहे हैं। इसके अलावा टीए-डीए की किश्तें भी अभी तक जारी नहीं हुई। अस्पतालों में स्टाफ की भारी कमी है और वहीं कच्चे मुलाजिमों को भी विभाग पक्का नहीं किया जा रहा। जिसके चलते दर्जा चार कर्मचारी लंबे समय से 7-7 हजार रुपए वेतन लेकर घर चला रहे हैं। मांगों को कई बार सरकार को लिख कर भेजा गया है, लेकिन पंजाब सरकार उस पर कोई एक्शन नहीं ले रही।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.