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सबअर्बन सर्किल की साउथ सबडिवीजन अंतर्गत गांव काले के बाबा फरीद नगर में एक अनोखा मामला सामने आया है। यहां महिला कश्मीर कौर के घर मीटर लगने के 11 बरसों तक पावरकाॅम ने बिल ही नहीं भेजा।
डेढ़ साल पहले डिफॉल्टिंग अमाउंट का एक लाख रुपए बताकर मीटर उतार लिया। बंटवारे के बाद बहू रूबी ने घर में दीवार लगाकर अपने नाम से 28 जनवरी 2021 को नया मीटर लगवा लिया। पावरकॉम ने नया मीटर यह कहकर उतार लिया कि यहां पहले लगे मीटर पर 2 लाख 85 हजार बकाया है।
बच्चों के साथ सारी रात अंधेरे में काटी रूबी ने
रूबी के मुताबिक उसने घर में नया मीटर लगवाने के लिए 1470 रुपए बतौर सिक्योरिटी जमा करके एफिडेविट दिया था। उसमें साफ लिखा था कि उसके घर में मीटर नहीं लगा है और न ही किसी तरह का बकाया है। इसके बावजूद पावरकॉम के जेई समीर वर्मा ने शुक्रवार को उसका मीटर उतारवा लिया। ऐसे में उसे बच्चों के साथ पूरी रात अंधेरे में काटनी पड़ी।
जेई और कर्मचारी की जवाबदेही
पावरकाॅम के सैप सिस्टम में डिफाल्ट अमाउंट शाे होने पर उस घर में नया मीटर नहीं लग सकता। इस केस में बिना सैप देखे नया मीटर लगवाने वाले जेई और कर्मचारी की जवाबदेही बनती है।
मीटर रीडर भी जिम्मेदार
पुराने मीटर की रीडिंग नहीं देने वाला मीटररीडर भी जिम्मेदार है। अगर वह समय पर पुराने मीटर की रीडिंग निकालकर बिल भेजता तो परिवार पर लाखों रुपए का बिल नहीं बनता।
पावरकॉम वाले कभी 1 लाख रुपए तो कभी पौने 3 लाख बता रहे बकाया रकम
रूबी ने बताया कि 11 साल से उनकी सास कश्मीर कौर के नाम से लगे मीटर का बिल नहीं आ रहा था। रीडिंग लेने वाले से पूछा तो जवाब मिला आपका बिल नहीं निकलता। डेढ़ साल पहले एक लाख बिजली बिल बकाया बताकर मीटर उतार लिया। अब बिल 2 लाख 85 हजार रुपए बता रहे हैं जो गलत है।
पुराने मीटर पर बकाया इसलिए नया मीटर उतारा: एसडीओ
इस जगह पर बिजली बिल की डिफॉल्टिंग अमाउंट 2 लाख 85 हजार रुपए बकाया है। जिसके कारण उसका नया मीटर उतारा है। - गौरव, एसडीओ साउथ
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