विद्या सागर मेंटल हेल्थ इंस्टीट्यूट (अस्पताल) में बरसों से रह रही लावारिस महिला मनोरोगी की शनिवार को गुरु नानक देव अस्पताल में कोरोना से मौत हो गई। मगर अब उसके संस्कार और पोस्टमार्टम को लेकर पेंच फंस गया है।
मेंटल हेल्थ इंस्टीट्यूट इंस्टीट्यूट के नियमानुसार उनके अस्पताल में दाखिल मरीज की मौत होने पर उसका पोस्टमार्टम करवाना लाजिमी होता है, जबकि कोरोना मरीज का प्रोटोकॉल के मुताबिक पोस्टमार्टम नहीं होता। यही कारण रहा कि दिन भर सेहत विभाग, जिला प्रशासन और मनोरोग अस्पताल के अफसरों में इसे लेकर पेंच फंसा रहा और शाम तक संस्कार नहीं किया जा सकता। अब रविवार को इस संबंध में मनोरोग अस्पताल जिला प्रशासन को लैटर भेजेगा ताकि महिला के शव का संस्कार करवाया जा सके।
फिरोजपुर पुलिस वर्ष 2009 में कलावती को इलाज के लिए छोड़ गई थी, 15 मई को कोरोना हाेने पर जीएनडीएच में शिफ्ट किया था
मेंटल अस्पताल के डायरेक्टर डॉ. सविंदर सिंह ने बताया कि जिस महिला मनोरोगी की मौत हुई है उसका नाम कलावती है। उसे फिरोजपुर पुलिस 2009 में लाई थी। उस वक्त उसकी उम्र 49 के करीब थी। इसके बाद से वह यहां रह रही थी। 15 मई को उसे हल्का सा बुखार आया और उसे गुरु नानक देव अस्पताल में भेजा गया, जहां उसकी रिपोर्ट पॉजीटिव आ गई और आज उसकी मौत हो गई।
मौत का कारण पता करने के लिए हर मनोरोगी की डेडबाॅडी का पोस्टमार्टम कराने का प्रोटोकॉल
मेंटल अस्पताल में जब भी किसी मरीज की मौत होती है तो प्रोटोकॉल के मुताबिक उसका पोस्टमार्टम करवाना जरूरी होता ताकि उसकी मौत के कारण पता लग सके। इसी संदर्भ में जब उसकी मौत की सूचना मेंटल अस्पताल प्रबंधन को मिली और संस्कार करने की बात चली तो उधर से पोस्टमार्टम करवाने की बात कही गई, लेकिन कोरोना प्रोटोकाॅल के मुताबिक एेसे शवों का पोस्टमार्टम नहीं होता क्योंकि इससे महामारी के फैलने का खतरा रहता है।
प्रशासन को स्पष्ट नियमावली नहीं बता पाए सिविल सर्जन
मामले को लेकर मेंटल अस्पताल प्रबंधन ने जिला प्रशासन को लिखा और पोस्टमार्टम की बात कही तो प्रशासन की तरफ से सिविल सर्जन से इसकी नियमावली मांगी गई, लेकिन उसमें भी कुछ स्पष्ट नहीं था। महिला का संस्कार करवाने का रिस्क मेंटल अस्पताल प्रबंधन अपने ऊपर नहीं लेना चाह रहा है। यही कारण रहा कि इसे लेकर बात एसडीएम पर डाल दी गई है।
आज प्रशासन करेगा फैसला: डायरेक्टर
डॉ. सविंदर सिंह का कहना है कि रविवार को इसको लेकर वह जिला प्रशासन को पत्र लिखेंगे ताकि उसका संस्कार किया जा सके। सेहत विभाग के मुताबिक कोरोना काल में महामारी से मरे किसी भी मरीज का पोस्टमार्टम नहीं किया जा सकता। फिलहाल इसको लेकर रविवार को कोई निर्णय लिया जा सकेगा।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.