गैंगस्टर लॉरेंस का दूसरा इंटरव्यू:DGP और जेल विभाग को सीधे तौर पर चुनौती; दो दिन पहले पेश किए दावों की निकली हवा

अमृतसर2 महीने पहले
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पंजाब के DGP और जेल विभाग को गैंगस्टर लॉरेंस ने जेल से वीडियो कॉल कर खुली चुनौती दे दी है। चाहे, DGP पंजाब गौरव यादव पहले इंटरव्यू को पंजाब में होने की बात से इनकार कर रहे थे, लेकिन इंटरव्यू पार्ट-2 ने सभी दावों को गलत करार कर दिया है।

गैंगस्टर लॉरेंस का पहला इंटरव्यू 14 मार्च की शाम को ब्रॉडकास्ट किया गया था। जिसके बाद से ही AAP सरकार विरोधियों के निशाने पर आ गई थी। 15 मार्च को ही CM भगवंत मान ने मंत्रियों के विभागों में फेरबदल कर दिया। बीते दिनों हुए गोइंदवाल जेल और अब लॉरेंस पार्ट-1 के बाद सीएम भगवंत मान ने जेल विभाग को मंत्री हरजोत बैंस से अपने हाथों में ले लिया था।

DGP पंजाब ने भी पहले इंटरव्यू के बाद साफ तौर पर लॉरेंस का इंटरव्यू पंजाब से बाहर होने की बात कही। 16 मार्च को DGP गौरव यादव को खुद प्रेस कॉन्फ्रेंस करके इंटरव्यू पार्ट-1 पर सफाई देनी पड़ी। लेकिन अब इंटरव्यू पार्ट-2 आने के बाद एक बार फिर पंजाब पुलिस और जेल विभाग पर सवाल खड़े होने लगे हैं।

बैरक से कॉल करने का दिया सबूत
इंटरव्यू पार्ट-2 में लॉरेंस ने जेल के अंदर से इंटरव्यू करने का सबूत भी दे दिया। उसने अपनी बैरक भी दिखाई और बताया कि उसे बाहर नहीं जाने दिया जाता, लेकिन मोबाइल भी उसके पास आ जाता है और सिग्नल भी। जबकि बठिंडा को पंजाब की सबसे सेफ जेल कहा गया है, जो जैमर से इंस्टॉल है। DGP तो दावा कर चुके हैं कि बैरक में गार्ड रोजाना सिग्नल ना होने की जांच भी करने आते हैं।

जेल की कमजोरियां भी गिनाई
लॉरेंस ने अपने इंटरव्यू में जहां जेल की बैरक से इंटरव्यू देने का सबूत दिया, वहीं जेल की कमजोरियों को भी उजागर किया। लॉरेंस का कहना है कि रात के समय जेल के गार्ड बहुत कम आते-जाते हैं, इसीलिए वह रात को कॉल कर रहा है।

बाहर से अंदर फेंका जाता है मोबाइल
लॉरेंस ने मोबाइल के अंदर आने के बारे में भी जानकारी दी। लॉरेंस के अनुसार मोबाइल बाहर से जेल के अंदर फेंके जाते हैं। कई बार जेल स्टाफ उन्हें पकड़ भी लेता है, लेकिन अधिकतर बार मोबाइल उस तक पहुंच जाता है।

लॉ एंड ऑर्डर के चलते पहले से निशाने पर पंजाब पुलिस
जेल से लॉरेंस के इंटरव्यू पार्ट-2 के बाद पंजाब पुलिस और जेल प्रशासन फिर से निशाने पर हैं। पंजाब में लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति को लेकर पंजाब पुलिस पहले से ही विरोध झेल रही है। कबड्‌डी प्लेयर संदीप नंगल अंबिया, फिर पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद हर महीने गैंगस्टरों व शरारती तत्वों के हाथों मरने वाले लोगों के बाद लोग पंजाब पुलिस पर सवाल उठाते रहे हैं।