भारत से 5 साल पहले नेपाल के रास्ते पाकिस्तान भागे आतंकी हरविंदर रिंदा ने ही बॉर्डर पार से इंडिया में नार्को टेरेरिज्म की शुरुआत की। इसमें उसका साथ दिया पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI ने। रिंदा का जन्म पंजाब के सरहदी जिले तरनतारन में ही हुआ था इसलिए उसे इस पूरे इलाके की अच्छी जानकारी थी। क्राइम की दुनिया से जुड़े रहे रिंदा ने बॉर्डर से लगते एरिया में अलग-अलग मॉड्यूल खड़े किए और उनके जरिये सरहद पार से ड्रोन के जरिये हथियारों और ड्रग की सप्लाई शुरू की।
रिंदा ने महज 18 साल की उम्र में अपने ही रिश्तेदार का कत्ल कर क्राइम वर्ल्ड में एंट्री ली। पंजाब के सरहदी जिले तरनतारन में जन्मे रिंदा की उम्र जब 11 साल थी तब उसका परिवार पंजाब छोड़कर महाराष्ट्र के नांदेड़ साहिब शिफ्ट हो गया। वजह थी रिश्तेदारों से विवाद। अगले 7 साल रिंदा नांदेड़ में ही रहा। हालांकि इस दौरान उसके परिवार के सदस्यों का पंजाब आना-जाना लगा रहा।
रिंदा 18 साल का होने पर पंजाब लौटा और पारिवारिक संपत्ति विवाद में अपने ही रिश्तेदार का कत्ल कर दिया। इसके बाद वह नांदेड़ भाग गया और वहां फिरौती व स्मगलिंग में इन्वॉल्व हो गया। कई वारदातों में नाम आने पर महाराष्ट्र पुलिस ने रिंदा पर शिकंजा कस दिया।
महाराष्ट्र पुलिस का दबाव बढ़ा तो पहुंचा चंडीगढ़
हरविंदर रिंदा पर नांदेड़ में वर्ष 2016 में 2 केस दर्ज हुए। इसके बाद वह नांदेड़ से फरार हो गया। महाराष्ट्र पुलिस ने उसे भगोड़ा घोषित कर दिया। महाराष्ट्र पुलिस का दबाव बढ़ा तो हरविंदर रिंदा वहां से तड़ीपार होकर पंजाब आ गया। पंजाब में उसने अपने ठिकाने के तौर पर चंडीगढ़ को चुना और वहां पहुंचते ही पंजाब यूनिवर्सिटी (PU) में सक्रिय हो गया।
PU में रहते हुए बने गैंगस्टरों से संपर्क
चंडीगढ़ पहुंचने के बाद रिंदा ने पंजाब यूनिवर्सिटी (PU) के स्टूडेंट यूनियन इलेक्शन के दौरान विरोधियों में खौफ पैदा करने के लिए अपने विरोधी गुट के नेताओं पर गोलियां चलवा दीं। PU में रहने के दौरान ही रिंदा गैंगस्टर दिलप्रीत सिंह बाबा, हरजिंदर सिंह उर्फ आकाश और अन्य गैंगस्टरों के संपर्क में आया। इसके बाद रिंदा ने इन लोगों के साथ मिलकर महाराष्ट्र की तरह पंजाब में भी फिरौती वसूली और कॉन्ट्रैक्ट किलिंग शुरू कर दी। चंडीगढ़ में आज भी रिंदा पर मर्डर, हत्या प्रयास और आर्म्स एक्ट के तहत 4 केस दर्ज हैं। इनमें वह आज भी पुलिस को वांटेड है।
बेंगलूरू में पुलिस के हाथ से निकल गया
पंजाब पहुंचने के सालभर के अंदर ही रिंदा के हौसले इतने बढ़ गए कि PU में पढ़ते हुए उसने वहां के एक एसएचओ को जान से मारने की धमकी दे डाली। पुलिस ने जब सख्ती शुरू की तो रिंदा चंडीगढ़ से फरार हो गए। वर्ष 2017 में पंजाब पुलिस को इनपुट मिला कि रिंदा बेंगलूरू में अपनी पत्नी के साथ एक होटल में ठहरा है। इस इनपुट के आधार पर पंजाब पुलिस ने होटल में रेड की तो रिंदा कमरे की खिड़की से निकलकर भाग गया। पुलिस ने रिंदा की पत्नी को होटल से गिरफ्तार कर लिया।
परमीश वर्मा पर करवाया हमला
हरविंदर रिंदा ने ही अप्रैल 2018 में पंजाबी गायक परमीश वर्मा पर मोहाली के पास हमला करवाया था। यह हमला रिंदा के ही साथी गैंगस्टर दिलप्रीत सिंह बाबा ने किया जो बाद में चंडीगढ़ से पकड़ा गया। रिंदा ने परमीश वर्मा से पैसे मांगे और जब परमीश ने इनकार कर दिया तो उसने दिलप्रीत सिंह बाबा से हमला करवा दिया। हालांकि इस घटना के बाद रिंदा और दिलप्रीत सिंह बाबा अलग-अलग हो गए। रिंदा पर चंडीगढ़ ही नहीं बल्कि हरियाणा-पंजाब में भी कई मामले दर्ज हैं।
पाकिस्तान पहुंचकर संभाला BKI का काम
बेंगलुरु में पंजाब पुलिस के हाथों से निकल जाने के बाद रिंदा समझ गया कि उसके लिए भारत में कहीं भी छिपना मुश्किल है। इसी वजह से उसने पाकिस्तान में बैठे खालिस्तान समर्थकों से संपर्क साधा और नेपाल के रास्ते पाकिस्तान भाग गया। वहां पहुंचकर उसने खालिस्तानी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI) के इंडिया हैड के रूप में काम शुरू कर दिया। वहां उसका मुख्य काम भारत में हथियार और ड्रग सप्लाई करना था।
पंजाब इंटेलिजेंस मुख्यालय पर हमले में हाथ
पिछले कुछ बरसों में पंजाब में जो भी बड़ी वारदातें हुईं, उनमें रिंदा का नाम आया। पिछले साल लुधियाना कोर्ट में हुए बम ब्लॉस्ट के लिए पाकिस्तान से आरडीएक्स रिंदा ने ही भिजवाया था। इसी साल मोहाली में पंजाब पुलिस के इंटेलिजेंस विंग के मुख्यालय पर हुए RPG हमले के पीछे भी रिंदा ही था।
सिद्धू मूसेवाला के मर्डर में भी आया नाम
भारत में एक्टिव गैंगस्टर और आतंकी हथियारों के लिए रिंदा का ही सहारा लेते थे। गैंगस्टर लॉरेंस के कनाडा में बैठे साथी गोल्डी बराड़ ने भी पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या के लिए पाकिस्तान से रिंदा के जरिए ही हथियार अपने शूटरों तक पहुंचाए थे।
रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी हो चुका
रिंदा को पकड़ने के लिए भारत की खुफिया एजेंसियां लंबे समय से कोशिश में लगी थीं। नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने रिंदा पर 10 लाख रुपए का नाम घोषित कर दिया था। हाल ही में उसके खिलाफ इंटरपोल के जरिए रेड कॉर्नर नोटिस भी निकाला गया था।
नार्को-टैरेरिज्म रिंदा की ही देन
पाकिस्तान भागने से पहले रिंदा पंजाब में ड्रग स्मगलिंग का ही नेटवर्क चलाता था। इस नाते यहां मौजूद ज्यादातर स्मगलर और गैंगस्टर उसके संपर्क में थे। पाकिस्तान पहुंचने के बाद रिंदा ने अपने इन सभी पुराने संपर्कों का इस्तेमाल करते हुए नार्को टेरेरिज्म की शुरुआत की। बॉर्डर पर सख्ती बढ़ी तो उसने तस्करों को ड्रोन के जरिये हथियार और हेरोइन सप्लाई करनी शुरू कर दी।
मोस्ट वॉन्टेड आतंकी हरविंदर रिंदा की पाकिस्तान में मौत:बंबीहा गैंग का दावा- हमने मारा, मूसेवाला मर्डर का बदला लिया
पंजाब के कुख्यात गैंगस्टर आतंकी हरविंदर रिंदा की पाकिस्तान के लाहौर में मौत हो गई है। हालांकि इसकी वजह साफ नहीं हो पाई है। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि उसे गोली लगी थी, जबकि कुछ में कहा जा रहा है कि मौत दवाओं के ओवरडोज से हुई। इस बीच बंबीहा गैग ने सोशल मीडिया पर दावा किया है कि रिंदा को उसने मारकर सिद्धू मूसेवाला की हत्या का बदला लिया है। पूरी खबर पढ़िए...
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