सेनेटाइजर घोटाले में सामने आए ओपी सोनी:पंजाब के पूर्व डिप्टी सीएम बोले- 2250 करोड़ नहीं, 2.50 करोड़ रुपए का सेनेटाइजर खरीदा गया

अमृतसर9 महीने पहले
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पूर्व डिप्टी सीएम ओम प्रकाश सोनी। - Dainik Bhaskar
पूर्व डिप्टी सीएम ओम प्रकाश सोनी।

गैंगस्टर्स से मिल रही धमकियों और मंत्री रहते पंजाब के सेहत विभाग में हुए घोटालों की चर्चाओं के बीच पंजाब के पूर्व डिप्टी सीएम ओम प्रकाश सोनी ने शुक्रवार को अपनी सफाई पेश की। पत्रकार वार्ता में सोनी के साथ पर्सनल वकील भी थे। ओपी सोनी ने कहा कि वह सेनेटाइजर खरीद व SPI बीमा कंपनी की बात करने आए हैं।

कुछ दिन से सोनी का नाम सेनेटाइजर घोटाले में उछल रहा है। आरोप लग रहे हैं कि कांग्रेस सरकार में कोरोनाकाल में जो सेनेटाइजर खरीदा गया, वह काफी महंगा था। इस पर अपनी सफाई में सोनी ने कहा कि अफवाह उड़ाई जा रही है कि पूरे पंजाब में 2250 करोड़ रुपए के सेनेटाइजर की खरीद की गई जबकि ऐसा नहीं है। पंजाब में सिर्फ 2.50 करोड़ रुपए के सेनेटाइजर खरीदे गए।

उन्होंने कहा कि बीते 35 साल के राजनीतिक सफर में उन्होंने सिर्फ पंजाब की सेवा की है। उनके बारे में जो भी बोला जा रहा है, वह सच नहीं है।

भारत सरकार के रेट पर खरीद

सोनी ने कहा कि सेनेटाइजर की खरीद भारत सरकार की ओर से तय किए गए रेट पर की गई। जिस रेट पर पंजाब सरकार ने सेनेटाइजर खरीदा, उसी रेट पर भारत सरकार भी उसी कंपनी से सेनेटाइजर खरीद रही थी। इसलिए रेट बढ़ाकर खरीद करने का सवाल ही नहीं उठता।

चुनाव के समय अलग रेट पर खरीदा सेनेटाइजर

सोनी ने स्पष्ट किया कि चुनाव के समय खरीदा गया सेनेटाइजर सस्ता था। डॉक्टरों के लिए जिस सेनेटाइजर की खरीद हुई, वह महंगा था। इसके पीछे सेनेटाइजर की स्पेसिफिकेशंस वजह थी। इसी वजह से दोनों के रेट में फर्क था।

प्राइवेट अस्पतालों ने इलाज से कर दिया था इनकार

मुख्यमंत्री सेहत बीमा योजना से जुड़े विवाद पर भी सोनी ने अपना पक्ष रखा। सोनी ने कहा कि इस योजना को केंद्र व राज्य सरकारें मिलकर चला रही थी। 60 प्रतिशत हिस्सा केंद्र तो 40 प्रतिशत खर्च राज्य कर रहे थे। इस योजना में कांग्रेस सरकार ने 45 लाख लोगों को फायदा दिया। कोरोना के दौरान प्राइवेट अस्पतालों ने इस योजना में इलाज करने से इनकार कर दिया। दरअसल, बीमा कंपनी प्राइवेट अस्पतालों को क्लेम नहीं दे रही थी। इसके लिए बैठकें भी हुई। पहली बैठक अमृतसर में ही रखी गई। मामले को सुलझाने के लिए कुल 4 बैठकें हुई।