पंजाब विधानसभा चुनावों में हॉट केक रही अमृतसर ईस्ट सीट पर जीत के साथ पैड वुमन जीवनजोत कौर ने अपना सियासी सफर शुरू किया है। जीवनजोत ने सूबे की राजनीति में बड़ा कद रखने वाले दो दिग्गजों, कांग्रेस के नवजोत सिद्धू और शिरोमणि अकाली दल के बिक्रम मजीठिया को शिकस्त दी है। जीवनजोत का नाम भले जीत के बाद सुर्खियों में आया है लेकिन स्लम एरिया में वह प्यार और हेल्थ बांटती रही हैं।
जीवनजोत कौर (50) अमृतसर में ही पली-बढ़ी हैं। उन्होंने स्वरूप रानी सरकारी कॉलेज से अपनी पढ़ाई की है। मासिक धर्म स्वच्छता पर अपने विशेष कार्य के लिए शहर में जीवनजोत का बड़ा नाम है, उन्हें अमृतसर की ‘पैड वुमन’ कहा जाता है। उन्होंने महिला कैदियों को सैनिटरी पैड जैसी बुनियादी आवश्यकता मुहैया करवाने के लिए पंजाब भर की जेलों का दौरा किया है और इस क्षेत्र में लगातार काम कर रही हैं। एक स्विस कंपनी के साथ भी उनकी डील है। ये कंपनी ग्रामीण महिलाओं को दोबारा इस्तेमाल होने वाली सैनिटरी पैड मुहैया कराती हैं।
जीवनजोत ने S.H.E. सोसायटी की चेयरपर्सन के रूप में कार्य किया है, जो नशा मुक्त समाज बनाने की दिशा में काम कर रहा गैर-लाभकारी, अराजनीतिक और स्वैच्छिक सेवा संगठन है। वह श्री हेमकुंड एजुकेशन सोसायटी की चेयरपर्सन हैं। लंबे समय से ECOSHE Menstrual Health Programme के साथ जुड़ी रही हैं। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य मासिक धर्म स्वास्थ्य प्रबंधन क्षेत्र में एक बड़े बदलाव को गति देना रहा है और उसके परिणामस्वरूप एक स्वच्छ और स्वस्थ वातावरण का निर्माण करना है।
जीवनजोत मुख्य रूप से पंजाबी स्कूलों, झुग्गियों, मलिन बस्तियों और ग्रामीण क्षेत्रों में पर्यावरण के अनुकूल सैनिटरी पैड वितरण कार्यक्रम में भी शामिल रही हैं। वह लगातार इन मुद्दों पर लोगों को जागरूक करती रही हैं। इसके साथ ही वह ऑल लेडिज लीग-ऑल सिस्टर्ज बियोंड बॉर्डर्स की चैप्टर चेयर हैं और अहारा की चैरिटी हेड भी हैं। उन्होंने हेल्थ और हाइजीन के क्षेत्र में एनजीओ के साथ 'मिशन आबाद' और 'बदलाव-एक नई सोच' जैसे अभियान चलाए हैं। उन्होंने 25 साल से बच्चों और महिलाओं के लिए स्वास्थ्य देखभाल और शिक्षा को सुलभ बनाने की दिशा में काम किया है।
2015 से शुरू हुआ सियासी सफर
गैर-राजनीतिक परिवार से आने वालीं जीवनजोत कौर के बच्चे, हरनूर सिंह वकील हैं और निमरत कौर, जो एक दंत चिकित्सक हैं। दो दशकों से सामाजिक कार्य कर रही जीवनजोत की राजनीतिक यात्रा 2015 में शुरू हुई जब उन्होंने सोशल सर्विस को आगे बढ़ाने के लिए स्वयंसेवक के रूप में आम आदमी पार्टी जॉइन की। 2017 के विधानसभा चुनाव में उन्हें मजीठा हलके में अभियान प्रभारी बनाया गया। इसके बाद आप जिला अध्यक्ष नियुक्त किया गया और महिला विंग की सह-अध्यक्ष भी रहीं। वहीं इस बार पार्टी ने उन्हें अमृतसर ईस्ट से कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू और शिरोमणि अकाली दल के माझा के जरनैल बिक्रम मजीठिया के खिलाफ विधानसभा चुनाव में उतारा। जीवनजोत ने 6,750 वोटों से नवजोत सिद्धू और मजीठिया को 16408 मतों से पराजित किया।
जीत के लिए पहले ही दिखीं आश्वस्त
जीवनजोत मतगणना से पहले ही सिद्धू और मजीठिया के खिलाफ जीत के लिए आश्वस्त दिखीं। उन्होंने एक ट्वीट कर अपना विश्वास जाहिर भी किया। उन्होंने लिखा कि, ‘कांग्रेस और अकाली दल के दो बड़े नेता अमृतसर ईस्ट सीट पर मैच फिक्स करने के लिए फाइव स्टार होटल में मिले। ये जितनी फिक्सिंग करना चाहते हैं, उतनी कर लें…। लेकिन इनकी हार निश्चित है।
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