गैंगस्टर लॉरेंस के एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू मामले में अब वारिस पंजाब दे के जत्थेदार अमृतपाल सिंह का बयान सामने आया है। अमृतपाल सिंह ने सरकारों को सिखों के खून का दुश्मन बताया है। वहीं दूसरी तरफ अंग-रक्षकों के हथियारों के लाइसेंस रद्द होने के मामले में भी अमृतपाल सिंह ने खालसे के पास हथियारों की कमी ना होने की बात कही है।
अमृतपाल सिंह विशेष कार्यक्रम में रैली निकाल रहा था। तभी जब पत्रकारों ने लॉरेंस के इंटरव्यू के बारे में पूछा तो अमृपताल ने कहा कि सरकारें सिखों के खून की दुश्मन हैं। अन्य जो मर्जी करते रहें। हो सकता है उन्हें मंत्री बनाने की तरफ भी बढ़ जाएं। ऐसा भिंडरांवाला के समय में भी हुआ था। सिखों ने जहाज अगवा किया तो उन्हें सजाएं मिली, बाकियों ने कुछ किया तो उन्हें मंत्री बना दिया।
अमृपाल ने कहा कि सिखों से भेदभाव होता आया है और होता रहेगा। नौजवानों से गुजारिश है कि वे पंथ के लिए काम करें और करते रहें। हमने पंथ और पंजाब की रक्षा करनी है। किसी के पीछे लग कर अपनों के खून का दुश्मन नहीं बनना, जैसा सिद्धू मूसेवाला मामले में हुआ। अभी संभलने की जरूरत है।
हथियारों के मामले में भी बोले अमृतपाल
जब अंग-रक्षकों के हथियारों के लाइसेंस रद्द होने के बारे में पूछा गया तो अमृतपाल सिंह ने कहा कि खालसा के पास हथियार बहुत हैं। असला कहीं नहीं जाएगा। महाराज की कृपा बनी रहनी चाहिए।
बंदी सिखों की रिहाई मोर्चे पर भी पहुंचेगा अमृतपाल
अमृतपाल सिंह ने कहा कि वह जल्द ही बंदी सिखों की रिहाई के लिए लगाए गए मोर्चे में भी जाएगा। अजनाला हिंसा के बाद वहां का कार्यक्रम था, लेकिन उनके संगठन के 100 सदस्य हमेशा ही मोर्चे में साथ रहे हैं। वह भी जल्द मोर्चे में पहुंचेगा।
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