वजन में कमी, ट्रिम की दाढ़ी, खुंडी (खड़ी) मूंछे और तीखी जुबान, नवजोत सिद्धू पटियाला जेल से बाहर आने के बाद इसी अंदाज में दिखे। सिद्धू ने जेल में रोडरेज केस में एक साल की कैद काटी। हालांकि छुट्टी न लेने की वजह से उन्हें 317 दिन बाद रिहा कर दिया गया।
जेल में बंद रहने के बाद सिद्धू की बॉडी और लुक में जरूर बदलाव दिखा लेकिन तेवर उसी तरह तीखे रहे, जैसे जेल जाने से पहले थे। सिद्धू ने बाहर निकलते ही अपनी बातों से जता दिया कि पंजाब में आने वाले दिनों में राजनीति गर्मानी तय है।
आम आदमी पार्टी (AAP) की एग्रेसिव पॉलिटिक्स के आगे सिद्धू से उनका जबरदस्त जुबानी मुकाबला होना तय है। सिद्धू मेंटली तौर पर पंजाब सरकार से ही सियासी जंग लड़ने की तैयारी करके आए हैं।
30 किलो वजन घटाया
रोडरेज केस में सजा होने के बाद सिद्धू को 19 मई को सुप्रीम कोर्ट ने रोडरेज केस में एक साल कैद की सजा सुनाई थी। जिसके बाद सिद्धू ने 20 मई को सरेंडर किया। 6.2 फुट के सिद्धू जब जेल गए थे तो उनका वजह 130 किलो था। हालांकि जेल में रहते हुए उन्होंने अपना वजन 30 किलो घटा लिया है। इस वजह से सिद्धू पहले से थोड़ा पतले लेकिन फिट नजर आ रहे हैं।
बाहर निकलते ही दिखाए तेवर
नवजोत सिद्धू को उनकी जुबान व हावभाव की वजह से ज्यादा जाना जाता था। एक साल कैद काटने के बाद सबकी उम्मीद के विपरीत सिद्धू शांत होने की वजह एग्रेसिव दिखे। बाहर आते ही उन्होंने पंजाब सरकार से लेकर केंद्र तक की बखिया उधेड़नी शुरू कर दी। सिद्धू ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान पर सीधा हमला बोल उन्हें अखबारी CM बताया। अरविंद केजरीवाल से चुनाव के वक्त रेत व शराब से कमाई का हिसाब मांगा। राहुल गांधी के बहाने केंद्र सरकार को कोसा।
जुबां पर सिर्फ राहुल और प्रियंका
कांग्रेस के लिहाज से सिद्धू की जुबान पर सिर्फ राहुल गांधी और प्रियंका गांधी रहे। पंजाब कांग्रेस और उसके नेताओं का सिद्धू ने नाम तक नहीं लिया। सिद्धू ने खुद की निष्ठा राहुल-प्रियंका के प्रति दिखाई। राहुल गांधी की सदस्यता को लेकर सिद्धू ने केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा कि लोकतंत्र बेड़ियों में जकड़ा हुआ है। राहुल को क्रांति बता सिद्धू ने साफ किया कि अभी वह कांग्रेस छोड़ने वाले नहीं हैं।
सिद्धू के रुख से पंजाब कांग्रेस में हलचल
सिद्धू के तेवर से पंजाब कांग्रेस में हलचल मची हुई है। सिद्धू ने जिस तरीके से केंद्र और पंजाब सरकार को कोसा, उससे तय है कि उनकी सियासी पारी कांग्रेस के साथ जारी रहेगी। ऐसे में पंजाब में कांग्रेस की क्या भूमिका होगी, सबकी नजर इस पर लगी हुई है। अगर सिद्धू को पंजाब प्रधान या ऐसी कोई जिम्मेदारी दी जाती है तो तय है कि कांग्रेस के संगठन में बड़े स्तर पर उठापटक होगी। जिससे फिर से पार्टी की पंजाब इकाई में घमासान मचना तय है।
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पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू जेल से रिहा हो गए हैं। सिद्धू 317 दिन बाद पटियाला सेंट्रल जेल से बाहर आए हैं। उन्हें 1988 में पटियाला में हुए रोडरेज केस में एक साल कैद की सजा हुई थी। 19 मई 2022 को सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें सजा सुनाई थी। सिद्धू जब जेल से बाहर आए तो मुठ्ठी बांधकर और सलाम कर अपने समर्थकों का अभिवादन किया (पूरी खबर पढ़ें)
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