पंजाब सरकार के खिलाफ की नारेबाजी:रिटायरमेंट उम्र 58 साल करने के फैसले का विरोध, शिक्षकों की चार घंटे हड़ताल, दिया धरना

अमृतसर4 महीने पहले
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प्राइवेट काॅलेज के बाहर धरने के दौरान नारेबाजी करते शिक्षक। - Dainik Bhaskar
प्राइवेट काॅलेज के बाहर धरने के दौरान नारेबाजी करते शिक्षक।

शिक्षकों ने रिटायरमेंट आयु सीमा 60 साल से घटाकर 58 साल करने के फैसले के खिलाफ पीसीसीटीयू के ऐलान पर कॉलेजों में 4 घंटे तक हड़ताल की और धरना दिया। वहीं, गैर-सरकारी निजी सहायता प्राप्त कॉलेजों की हड़ताल को पीएफयूसीटीओ संगठन, प्रबंधन संघों और प्रिंसिपल एसोसिएशन का समर्थन मिला है।

पीसीसीटीयू महासचिव डॉ. गुरदास सिंह सेखों ने कहा कि पंजाब के यूनिवर्सिटी और कॉलेज शिक्षकों के लिए वेतनमान में संशोधन अक्टूबर 2022 में 5 साल से अधिक देरी से लागू करने की घोषणा की गई थी, लेकिन वेतन पुनरीक्षण अधिसूचना से असमंजस में हैं।

क्योंकि लेखा परीक्षा विभाग मुताबिक यूनिवर्सिटी और सहायता प्राप्त कॉलेज शिक्षकों की सेवानिवृत्ति की आयु घटाकर 58 साल कर दी गई है। आज से पहले किसी भी सरकार ने कभी ऐसा नहीं किया। डॉ. बीबी यादव, डॉ. अजय कुमार ने पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला की तारीफ की, जिसने अपने कर्मचारियों की रिटायरमेंट की उम्र कम करने से इनकार कर दिया है।

1978 में कॉलेजों के लिए 95% जीआईए योजना शुरू कर 60 साल की आयु तक शिक्षकों को समर्थन देने के लिए जीआईए के लिए प्रावधान किया गया था।