पंजाब के अमृतसर में सुधीर सूरी हत्याकांड में जांच कर रही स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) और पुलिस कमिश्नरेट जल्द ही सुरक्षा में तैनात कर्मचारियों पर एक्शन ले सकती है। पुलिस इस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है और इसमें पुलिस की कमियां भी सामने आई हैं। वहीं, आरोपी संदीप की सात दिन की रिमांड खत्म हो रही है और पुलिस उसे आज दोबारा कोर्ट में पेश करेगी।
SIT की शुरुआती जांच में कुछ ऐसे तथ्य सामने आए हैं, जिनमें पुलिस की गलतियां साफ दिख रही हैं। इतना ही नहीं, परिवार भी कत्ल के दिन से पुलिस कर्मियों व अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करता रहा है। शुरुआती जांच में सामने आया है कि जिस समय सूरी की हत्या की गई, उस समय कई सुरक्षाकर्मी घटनास्थल पर मौजूद ही नहीं थे। पुलिस इस मामले की गंभीरता से जांच में जुट गई है।
18 सुरक्षाकर्मी और जिप्सी थी सूरी की सुरक्षा के लिए
सुधीर सूरी हमेशा ही सिख धर्म, खालिस्तान और सिख लीडरों के खिलाफ गलत शब्दावली का प्रयोग करते रहे। जिसके चलते उन्हें आए दिन धमकियां भी मिलती थी। इसी को ध्यान में रखकर उन्हें Y-कैटेगरी की सुरक्षा दी गई थी। जिनमें 18 पुलिसकर्मी और एक जिप्सी उनके साथ रहती थी। पुलिस अब जांच कर रही है कि घटना के दिन कौन-कौन से पुलिसकर्मी गैर-मौजूद थे।
एक एसीपी और दो एसएचओ भी थे घटनास्थल पर मौजूद
जिस समय सुधीर सूरी की हत्या की गई, वह अपने साथियों के साथ गोपाल मंदिर के बाहर प्रदर्शन कर रहे थे। उन्हें मनाने के लिए एक एसीपी रैंक का अधिकारी व दो एसएचओ भी मौके पर मौजूद थे। घटना के समय इन अधिकारियों द्वारा क्या एक्शन लिया गया, इसकी भी जांच SIT कर रही है।
आज आरोपी संदीप की रिमांड खत्म
घटना के बाद गिरफ्तार किए संदीप सिंह रामगढिया को कोर्ट ने सात दिन की रिमांड पर भेजा था, जो आज खत्म हो रही है। दोपहर बाद पुलिस कभी भी संदीप को कोर्ट में पेश कर सकती है। पुलिस अभी इस मामले में 10 दिन का और रिमांड हासिल करने की मांग रखेगी। पुलिस के पास अभी मोबाइल व अन्य इलेक्ट्रॉनिक्स गैजेट्स की फॉरेंसिक रिपोर्ट आना बाकी है, जिसके आधार पर पुलिस और रिमांड की मांग करेगी।
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