सीनियर जर्नलिस्ट बरजिंदर हमदर्द को सम्मन:विजिलेंस ने 29 मई को बुलाया; पूर्व CM बादल के ड्रीम प्रोजेक्ट जंग-ए-आजादी की चल रही जांच

अमृतसर5 दिन पहले
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पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने एक मीडिया समूह के मूखी व सीनियर जर्नलिस्ट बरजिंदर सिंह हमदर्द को सम्मन जारी किया है। जालंधर से 18 किमी दूर जंग-ए-आजादी स्मारक को बनाते समय फंड्स के प्रयोग की चल रही जांच के लिए उन्हें 29 मई को अपना पक्ष रखने के लिए बुलाया गया है। खासबात है कि यह स्मारक भाजपा-अकाली सरकार के समय बना था और यह पूर्व CM प्रकाश सिंह बादल का ड्रीम प्रोजेक्ट था।

विजिलेंस ब्यूरो जालंधर रेंज ने इसी साल मार्च महीने में इस प्रोजेक्ट को लेकर जांच शुरू की थी। शिकायत है कि इस प्रोजेक्ट को बनाते समय फंड का मिस-यूज हुआ। जिसके लिए कुछ समय पहले प्रबंध समिति के सचिव लखविंदर सिंह जौहल को भी तलब किया गया था।

इस प्रोजेक्ट का बजट 315 करोड़ रुपए था। इस जांच में विजिलेंस ब्यूरो ने 2014-2016 में इसके निर्माण के दौरान कितने पैसे पास किए गए थे, पैसे का इस्तेमाल कैसे और कहां किया गया, इससे संबंधित तथ्यों की जांच विजिलेंस ब्यूरो कर रही है। इसके अलावा, जिन अधिकारियों की देखरेख में पैसे आवंटित और इस्तेमाल किया गया, उनसे भी विस्तार से पूछताछ की जा रही है।

विपक्षी दलों ने सीएम मान को घेरा
सीनियर जर्नलिस्ट बरजिंदर सिंह हमदर्द को सम्मन किए जाने के बाद से ही विपक्षीय दलों ने आम आदमी पार्टी की सरकार पर सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं। गौरतलब है कि संबंधित समूह से जुड़े जर्नलिस्ट्स को बीते समय सरकारी कार्यक्रमों में जाने से रोका गया था। तब भी विपक्षी दलों ने इसका विरोध किया था।

सुखबीर ने कहा- गैर पंजाबियों द्वारा चलाई जा रही सरकार

शर्मनाक है- सत्ता के नशे में चूर भगवंत मान की यह बेशर्म हरकत और उनकी आप सरकार पंथ और पंजाब - अजीत, और पद्म भूषण एस बरजिंदर एस हमदर्द की आवाज के खिलाफ है। यह स्पष्ट रूप से प्रेस की स्वतंत्रता पर हमदर्द साहब के सैद्धांतिक रुख के लिए बदला है। गैर-पंजाबियों द्वारा चलाई जा रही यह सरकार पंजाब की अंतरात्मा की आवाज को कभी भी चुप नहीं करा सकती है। अकाली दल सत्ता के इस अहंकार के खिलाफ हमदर्द साहब और अजीत अखबार (पंजाब दी आवाज) के साथ खड़ा है।

पूर्व डिप्टी सीएम ने किया विरोध
कांग्रेस के पूर्व डिप्टी सीएम सुखजिंदर सिंह रंधावा ने इसका विरोध किया है। उन्होंने कहा- इतिहास गवाह है कि तानाशाहों ने अपनी नाकामियों को उजागर करने वाली आवाजों को दबाने के लिए हमेशा सत्ता का इस्तेमाल किया है। बरजिंदर हमदर्द के खिलाफ विजिलेंस ब्यूरो की कार्रवाई प्रेस की स्वतंत्रता पर हमला है और उनकी दृढ़ नैतिकता के लिए उनके खिलाफ प्रतिशोध है। खड़ा होना।

कांग्रेस पंजाब प्रधान ने इसे तानाशाही चेहरा बताया
पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने कहा- डॉ बरजिंदर एस हमदर्द के खिलाफ विजिलेंस ब्यूरो की कार्रवाई ने आप पंजाब की पोल खोल दी है। ये आप का तानाशाही चेहरा है। प्रेस की स्वतंत्रता पर हुए इस हमले और उनकी नैतिक पत्रकारिता के लिए आम आदमी पार्टी द्वारा उनसे बदले की कार्रवाई की निंदा करता हूं।

मजीठिया ने AAP सरकार को बताया भ्रष्ट
अकाली दल के नेता बिक्रम मजीठिया ने कहा- भगवंत मान के नेतृत्व वाली आप की भ्रष्ट सरकार से दुनिया भर के पंजाबी हैरान हैं। ये प्रताड़ित कर प्रेस की स्वतंत्रता का गला घोंट रहे हैं। बरजिंदर सिंह हमदर्द जो पंजाबी पत्रकारिता के प्रतीक हैं और बदमाशी के खिलाफ उनके साथ एकजुटता से खड़े हैं ...

विधायक सुखपाल खैहरा ने भी की निंदा
कांग्रेस विधायक सुखपाल सिंह खैहरा ने कहा- बीजेपी के खिलाफ नारेबाजी करने वाले बरजिंदर सिंह हमदर्द को भी प्रतिशोध की राजनीति से नहीं बख्श रहे। क्योंकि वह भगवंत मान की लाइन नहीं मानते। पंजाब के अन्य मीडिया की तरह। मैं इसकी कड़ी निंदा करता हूं

सुनील जाखड़ ने पूछा क्या यह बदलाव है
भाजपा नेता सुनील जाखड़ ने भी इसका विरोध किया है। उन्होंने कहा- जंग-ए-आजादी फाउंडेशन के पूर्व प्रमुख डॉ. बरजिंदर सिंह हमदर्द को विजिलेंस समन, निष्पक्ष पत्रकारिता का गला घोंटने की दिशा में एक और कदम। क्या यह बदलाव है?