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लगभग 9 महीने स्कूल बंद रहने के बाद वीरवार से 5वीं से 8वीं क्लास तक के विद्यार्थियों को भी स्कूल में आने की इजाजत मिलने के बाद जिले में दो तरह का रंग देखने को मिला। जहां तक सरकारी स्कूलों का सवाल है, वहां इन क्लासों से संबंधित 60% बच्चे वीरवार को पहले दिन ही अपने स्कूलों में आए, वहीं प्राइवेट स्कूल के प्रबंधकों ने इसको सरकार का तेजी से दिया फरमान बता 5वीं से 8वीं तक संबंधित बच्चों को नहीं बुलाया और जो छिटपुट स्कूल पहुंचे भी उन्हें भी वापस घर लौटा कर सोमवार से उनकी क्लासें लगाने को कहा। उनका कहना था कि पहले व्यवस्था करेंगे, फिर क्लासें शुरु करेंगे।
पहला रंग... काफी दिनों के बाद अध्यापकों व साथियों से मिलकर चहकते दिखे विद्यार्थी
शिक्षा कोआर्डिनेटर हर्ष गोयल ने बताया कि वीरवार को 5वीं से 8वीं तक के सभी स्कूलों में विद्यार्थियों का स्नेहपूर्ण स्वागत किया गया। सरकारी प्राइमरी स्कूल कोठे रामपुरा में जैसे ही विद्यार्थी स्कूल में दाखिल हुए तो उनके चेहरों पर मुस्कान थी। लॉकडाउन में शिक्षा विभाग की तरफ से विशेष प्रयास करते विद्यार्थियों के लिए पंजाब एजूकेयर एप की शुरूआत भी की गई थी। इन सभी यत्नों के बावजूद विद्यार्थियों के स्कूल न आने से उनके शारीरिक, मानसिक और सामाजिक विकास में रुकावट पैदा हो गई थी। क्योंकि स्कूल में विद्यार्थियों की पढ़ाई के साथ-साथ उनका सर्वपक्षीय विकास भी होता है।
सरकारी प्राइमरी स्कूल दशमेश नगर मोगा की स्कूल प्रमुख सुखमंदर कौर ने बताया कि पहले दिन ही स्कूल में 60 प्रतिशत तक बच्चे आए हैं। पांचवीं के दो सेक्शन हैं, दोनों में बच्चे आए हैं, जिनको किरन बाला व मनजीत कौर पढ़ा रही हैं।
कोठे गुरु के प्रिंसिपल /स्कूल प्रमुख रमिन्दर कौर और सभी अध्यापकों की तरफ से विद्यार्थियों का स्कूल में दाखिल होने पर स्वागत किया गया। विद्यार्थियों की सेहत को ध्यान में रखते सभी बेंचों को सैनिटाइज किया गया था और उनके बैठने के लिए विशेष सिटिंग प्लान किया गया था।
दूसरा रंग...स्कूल खूलने से पहले सैनिटाइजेशन
सरकारी कन्या स्कूल के प्रिंसीपल जसविंदर सिंह ने बताया कि पांचवीं से आठवीं क्लास के विद्यार्थियों के माता-पिता के साथ वीरवार को मीटिंग करके कोविड-19 गाइडलाइंस की जानकारी दी जाएगी व शुक्रवार से क्लास शुरू की जाएंगी। उन्होंने कहा कि 9वीं से 12वीं तक की क्लासें लगाई जा रही हैं। सरकारी कन्या स्कूल में बड़े बच्चों की एंट्री के समय तापमान जांचते हुए।
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