पंजाब के संगरूर जिला ने करीब 25 वर्ष बाद राज्य को फिर मुख्यमंत्री दिया है। इससे पहले संगरूर पंजाब को तीन मुख्यमंत्री दे चुका है। हालांकि, अब बेशक बरनाला जिला संगरूर का हिस्सा नहीं रहा है, लेकिन पहले जब बरनाला जिला संगरूर का हिस्सा था, तब सुरजीत सिंह बरनाला भी जिला संगरूर से ही मुख्यमंत्री बने थे। अब चौथे मुख्यमंत्री के रूप में भगवंत मान शपथ लेंगे।
आम आदमी पार्टी के प्रधान व सांसद भगवंत मान 17 मार्च को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। इस बीच महत्वपूर्ण यह भी है कि राज्य को तीन सीएम दे चुके संगरूर जिले के किसी भी मुख्यमंत्री ने अपना कार्यकाल पूरा नहीं किया है। सबसे ज्यादा 1 वर्ष 294 दिनों का कार्यकाल बाबू वृषभान ने का रहा था। अब राज्य सरकार पूर्ण बहुमत में है, इसलिए उम्मीद है कि मुख्यमंत्री भगवंत मान अपना कार्यकाल सकुशल पूरा करेंगे।
जानकारी अनुसार, पेप्सू शासन में बाबू वृषभान ने 12 जनवरी 1955 से लेकर 1 नवंबर 1956 तक 1 वर्ष 294 दिनों के लिए राज्य की कमान संभाली थी। 2006 में बने जिला बना बरनाला जब संगरूर का हिस्सा होता था, तब सुरजीत सिंह बरनाला राज्य के मुख्यमंत्री बने थे।
उनका 29 सितंबर 1985 से लेकर 11 जून 1987 तक 1 वर्ष 255 दिन का कार्यकाल रहा, लेकिन वह भी अपना पांच वर्ष का कार्यकाल पूरा नहीं कर पाए थे। इसी तरह लहरागागा से विधायक रहीं राजिंदर कौर भट्ठल को कांग्रेस ने मुख्यमंत्री बनाया था। भट्ठल 21 नवंबर 1996 से 11 फरवरी 1997 तक 82 दिनों के लिए मुख्यमंत्री रहीं। वह भी अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाई थीं
भगवंत मान से जनता को पूरी उम्मीद
बेशक संगरूर जिले के तीनों मुख्यमंत्री अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाए थे, लेकिन पूर्ण बहुमत लेकर सत्ता में आई आम आदमी पार्टी के मुख्यमंत्री भगवंत मान से जनता को पूरी उम्मीद है कि वह अपना कार्यकाल पूरा करेंगे।
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