सोमवार को उत्तर रेलवे के इलेक्ट्रिकल इंजीनियर विंग के प्रिंसिपल चीफ प्रमोद कुमार के नेतृत्व में आई करीब एक सौ अधिकारियों व कर्मचारियों की टीम ने बठिंडा-फरीदकोट रेल खंड पर रेलगाड़ियों के आवागमन के विद्युतीकरण प्रोजेक्ट के रास्ते में पड़ते स्टेशनों पर निरीक्षण किया। इस दौरान कोटकपूरा से बठिंडा तक इलेक्ट्रिक इंजन चलाकर रेल विद्युतिकरण परियोजना का ट्रायल भी किया गया। इंजीनियर प्रमोद कुमार ने बताया कि रेलवे के विद्युतिकरण प्रोजेक्ट के तहत बठिंडा से फिरोजपुर तक एक सौ किलोमीटर से अधिक रेल ट्रैक का बिजलीकरण किया जाना है। इसी काम के पहले पड़ाव में बठिंडा से कोटकपूरा तक काम पूरा कर लिया गया है।
इसी काम की जांच और इस पर रेलगाड़ियों के संचालन की संभावना के आंकलन के लिए टीम ने जांच व ट्रायल किया। उन्होंने कहा कि अब तक की हुई जांच में सब कुछ ठीक पाया गया और अगर रेलवे का ट्रायल भी सफल रहा तो कुछ दिनों में बठिंडा से कोटकपूरा तक पहले मालगाड़ी व उसके बाद यात्री गाड़ी भी इलेक्ट्रिकल इंजन से चलने लगेगी। उन्होंने कहा कि एक-दो महीनों में कोटकपूरा से फिरोजपुर तक रेल विद्युतिकरण का काम भी पूरा कर लिया जाएगा। इसके पूरा होने के बाद बठिंडा से फिरोजपुर जाने वाली गाड़ियों के इंधन का खर्च कम होगा व गाड़ियों की रफ्तार बढ़ाई जाएगी। इससे रेलवे का राजस्व व यात्रियों का समय बचेगा। उन्होंने बताया कि फिलहाल बठिंडा से दिल्ली तक के रेल ट्रैक पर बिजली चलित इंजन चलते हैं जबकि उसके बाद डीजल इंजन लगाया जाता है। इससे रेल चालन का समय बर्बाद होता है। पूरा ट्रैक बिजलीकरण होने के बाद इस समस्या का भी समाधान होगा। उन्होंने नारियल फोड़ व पूजा पाठ करने के बाद पहले इंजन व के साथ निरीक्षण कोच को रवाना किया। इस दौरान फिरोजपुर मंडल के जीजीएम इलेक्टिकल मदन लाल मीना, डीजीएम इलेक्ट्रिकल जीडी सिंह, कार्य करने वाली कंपनी के अधिकारी वीके मिश्रा, अरविंद कुमार और कोटकपूरा रेलवे स्टेशन के स्टेशन अधीक्षक रामकेश मीना सहित कोटकपूरा स्टेशन का स्टाफ मौजूद था।
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