फाजिल्का के डीसी डॉ. हिमांशु अग्रवाल ने किसानों से जुड़े विभागों के साथ बैठक करके नहरी पानी की किसानों तक पहुंच सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इस मौके पर डीसी ने कहा कि कृषि फाजिल्का जिले की अर्थव्यवस्था की रीढ़ की हड्डी है और किसान सरकार की प्राथमिकता। इसलिए उनकी समस्याओं के समाधान के लिए हर विभाग पूरी लगन से काम करे। उन्होंने कहा कि किसानों को सिंचाई के पानी का सामान वितरण सुनिश्चित किया जाए और एेसी योजना बनाई जाएं कि किसानों को नहरी पानी ज्यादा से ज्यादा मिले। डीसी अग्रवाल ने विभाग के अधिकारियाें से कहा कि नहरी पानी की चोरी को रोकने के लिए नहरों पर लगातार नजर रखी जाए और अगर कोई व्यक्ति नहर का पानी चुराता हुआ पाया जाता है तो उसके खिलाफ पुलिस केस दर्ज किया जाए।
बैठक में नहर के पानी के प्रबंधन के लिए संयुक्त तालमेल कमेटी की जरूरत देखते हुए जिला स्तरीय कमेटी के गठन की घोषणा की। इस कमेटी की अध्यक्षता वह खुद करेंगे। वहीं इसमें एडीसी विकास के अलावा सिंचाई, कृषि, बागवानी, माल विभाग और वन विभाग के अधिकारियों को भी शामिल किया जाएगा। डीसी ने वन विभाग को भी हिदायत की कि नहर की पटरियों को छोड़कर नए पेड़ लगाए जाएं। उन्होंने विभाग को नहर की पटड़ियों पर लगे सूखे वृक्षों का निपटारा करने के लिए भी कहा और पंचायत विभाग को नहरों में गंदा पानी पड़ने से रोकने के लिए भी सख्त निर्देश दिए। डीसी ने जलापूर्ति विभाग को यह सुनिश्चित करने के लिए भी कहा कि गांवों के लोगों के लिए पीने के पानी की कोई कमी न आए।
बैठक के दौरान सिंचाई विभाग के निगराण इंजीनियर हरदीप सिंह महिंदीरत्ता ने स्पष्ट किया कि राजस्थान को किसी भी हाल में अतिरिक्त पानी की आपूर्ति नहीं की जा रही है। अबोहर डिविजन के कार्यकारी इंजीनियर रमनप्रीत सिंह मान ने कहा कि रामसरा माइनर का 20 प्रतिशत हिस्सा कंक्रीट से पक्का किया जा चुका है जबकि शेष को इसी साल पक्का किया जाएगा और नहरों की भी सफाई करवाई गई है। बैठक में एसपी अजय राज सिंह, जिला माल अधिकारी अमनपाल सिंह, मुख्य कृषि अधिकारी रेशम सिंह, डिप्टी डायरेक्टर बागबानी जगतार सिंह भी बैठक में उपस्थित थे।
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