फाजिल्का ने 2021-22 के दौरान महात्मा गांधी राष्ट्रीय देहाती रोजगार गारंटी कानून (मगनरेगा) के तहत राज्य में से सबसे अधिक काम करके पहला स्थान हासिल किया है। जिले ने बीते साल 145.48 करोड़ रुपए मगनरेगा के तहत खर्च किए हैं और 3047342 दिहाड़ियों देकर जिला निवासियों की रोजगार जरूरतें पूरी करके उनके चूल्हे जलाए हैं। यह जानकारी जिले के डिप्टी कमिश्नर डाॅ. हिमांशू अग्रवाल ने दी है। उन्होंने बताया कि जिले ने निर्धारित लक्ष्य का 168 प्रतिशत प्राप्ति की है।
जिले ने केवल लक्ष्य से अधिक काम ही नहीं किया है बल्कि मगनरेगा स्कीम के द्वारा जिले के गांवों की तस्वीर बदलने के लिए ऐसे प्रोजैक्ट मगनरेगा स्कीम के तहत लागू किए गए जिसके साथ लोगों के जीवन स्तर में भी सुधार हो। जोश और जुनून के साथ फाजिल्एडीसी डी सागर सेतिया ने बताया कि पिछले साल जिले को 23 लाख दिहाड़ियां देने का लक्ष्य दिया गया था। लेकिन जिले ने 30.47 लाख दिहाड़ियां देकर अपने लोगों को अधिक से अधिक काम उपलब्ध करवाया। उन्होंने बताया कि वातावरण की संभाल के महत्व को समझते वित्तीय साल के दौरान मगनरेगा के तहत 23 नरर्सियों में 12 लाख पौधे तैयार किए गए हैं जोकि इस साल जिले में अलग-अलग स्थानों पर लगाए जाएंगे। इसके अलावा 342500 पौधे बीते साल में लगाए गए हैं। गांव कोहड़ियांवाली व हरिपुरा में मियांवाकी जंगल लगाए गए हैं। फाजिल्का की ज्यादातर जमीन नहरों के टेल पर है और नहरी पानी किसानों की बड़ी जरूरत है। इसलिए जिले में मगनरेगा के तहत 3,45,462 फुट लंबाई के 16.40 करोड़ की लागत के साथ खाले पक्के किए गए हैं, जिससे किसानों के खेतों तक पूरा पानी पहुंच सके।
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