10 लाख से अधिक की आबादी वाले जिले के लोगों को सुविधाएं मुहैया करवाने वाले अधिकारियों के मुख्य कार्यालयों वाला प्रशासनिक कांप्लेक्स बीते लंबे समय से अनदेखी का शिकार हो रहा है। जिले भर से अपने काम करवाने को लेकर जिला प्रशासनिक कांप्लैक्स में अधिकारियों के पास पहुंचने वाले लोगों को यहां बेहद परेशानियां झेलनी पड़ रही हैं।
प्रशासनिक कांप्लेक्स में जगह-जगह सीवरेज ओवरफ्लो के चलते पानी जमा हुआ रहता है तो वहीं शौचालयों में भी हर समय पानी भरा रहता है। इसके अलावा सीवरेज के मेन हॉल तक खुले पड़े हैं। इनमें कभी भी कोई गिर सकता है व दुर्घटना हो सकती है। इसके अलावा बिल्डिंग में कई जगहों से पानी का रिसाव हो रहा है। जोकि बीमारियों को न्यौता दे रहा है मगर प्रशासनिक अधिकारियों का इस ओर कोई ध्यान नहीं है।
प्रशासनिक कांप्लेक्स में लोगों को हो रही समस्याओं संबंधी जब वहां जाकर देखा गया तो जिला प्रशासनिक कांप्लैक्स के मुख्य गेट में प्रवेश करने के बाद पोर्च के बिल्कुल सामने पीने के पानी के लिए वाटरकूलर लगाया गया है। उस वाटरकूलर में बीते कई दिनों से पानी की लीकेज हो रही है। इसके चलते वहां पानी जमा हो गया है। वाटरकूलर से कोई पानी तक नहीं पी सकता। इसके अलावा जलभराव के चलते वहां मच्छर पैदा हो रहे हैं। इसके बाद कांप्लैक्स के पीछे की ओर सिविल सर्जन कार्यालय को जाने वाले पोर्च के रास्ते पर लंबे समय से सीवरेज ओवरफ्लो होने से जलभराव हो रहा है मगर इस पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है।
वहां सीवरेज के हॉल खुले पड़े हुए हैं। इनमें जलभराव होने से मच्छर पैदा हो रहे हैं। वहीं पर पीडब्ल्यूडी विभाग की बिल्डिंग में से जल रिसाव हो रहा है। इससे दीवारें बुरी तरह से जर्जर हो चुकी हैं। सिविल सर्जन कार्यालय को जाने वाले सीढ़ियों के सामने बने शौचालय के अंदर जलभराव हो रहा है। इसके चलते कोई शौच तक नहीं जा सकता। वहीं एजुकेशन विभाग को जाने वाले रास्ते पर भी सीवरेज ओवरफ्लो के चलते जलभराव हुआ रहता है जिसके चलते वहां से गुजरना मुश्किल हो जाता है। इसके साथ ही वहां भी बिल्डिंग में से पानी से रिसाव हो रहा है।
प्रशासनिक कांप्लैक्स के बेसमेंट की बात करें तो वहां भी लंबे समय से पानी का रिसाव हो रहा है जोकि रुकने का नाम नहीं ले रहा है। हालांकि, बेसमेंट को पार्किंग के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा है मगर लोग वहां अपने वाहन तक नहीं लगाते क्योंकि पानी का रिसाव हर समय होता रहता है व उसके चलते जलभराव हो जाता है। इसके अलावा कई शौचालयों में सफाई व्यवस्था का बुरा हाल है।
वहीं कांप्लैक्स के एक कार्यालय में कार्यरत कर्मी ने बताया कि वहां शुद्ध पेयजल तक की व्यवस्था नहीं है। कार्यालयों में कर्मी बाहर से पानी के कैंपर मंगवाते हैं और खुद उसका पैसा देते हैं। वहीं कामकाज के लिए पहुंचने वाले लोग बिना फिल्टर आरओ का वाटर कूलर में छोड़ा जा रहा पानी पीने को मजबूर हैं।
अव्यवस्था संबंधी किसी ने जानकारी नहीं दी : नाजर
नाजर मनोज खट्टर ने कहा कि सभी विभागों में मेंटेंनेंस, सफाई व अन्य व्यवस्थाओं के लिए नोडल ऑफिसर तैनात हैं। किसी विभाग के नोडल अफसर ने उनके विभाग में हो रही अव्यवस्था संबंधी जानकारी नहीं दी है। नोडल अफसर पहले अपने स्तर पर उस काम को करवाता है अगर कोई समस्या आती है तो वह उन्हें रिपोर्ट करते हैं मगर उन्हें इस बारे में किसी विभाग के नोडल अफसर ने जानकारी नहीं दी है।
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