पिछले 3 महीने से अपने वाहनों के चालान भुगतने के लिए होशियारपुर के आरटीओ दफ्तरों समेत अलग-अलग पुलिस थानों में दिक्क्तों का सामना कर रहे सैकड़ों लोग शनिवार को लोक अदालत में चालान भुगतने पहुंचे। लेकिन, इस दौरान भी वाहन चालकों को परेशानियों का सामना करना पड़ा और घंटों गर्मी में लाइन में लगना पड़ा। हद तो उस समय हो गई जब घंटों लाइन में लगने के बाद उनका नंबर आने पर कहा गया कि आपका चालान दूसरे काउंटर पर भुगता जाएगा।
इससे लोग दूसरे काउंटर पर दौड़ लगाते रहे। वहां जाकर उनको दोबारा लाइन में घंटों खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार करना पड़ा। बताते चलें कि चालान भुगतने के लिए कुल 6 काउंटर बनाए गए थे। इसमें से 5 माहिलपुर अड्डा चौक व 1 सेशन चौक कोर्ट में था, जो करीब 1 किलोमीटर दूर पड़ता है। जिन लोगों के चालान हुए थे वह पिछले दिनों चालान भुगतने के लिए आरटीओ दफ्तर समेत अलग-अलग पुलिस स्टेशनों पर आते रहे, लेकिन उनको यही कहा जाता रहा कि आप सभी 14 मई को होशियारपुर में लग रही लोक अदालतों में पहुंचें, उस दिन आपके सभी केसों का निपटारा कर दिया जाएगा।
इसके चलते शनिवार सुबह करीब 8 बजे से ही सैकड़ों लोग पहुंच गए। शाम तक तक 543 चालान भरे गए। काउंटरों का सही प्रबंध न होने के कारण 9 से 12 बजे तक लोग परेशान होते रहे। नंबरों की दी गई गलत पर्चियों के कारण 3 घंटे तक लोगों को परेशान होना पड़ा। इसके बाद वकीलों के मुंशियों ने कमान संभाली और वाहन चालकों को उनके बताए काउंटर पर भेजना शुरू किया। तब जाकर लोगों को राहत मिली। लोक अदालत में अपना चालान भुगतने के लिए पहुंचे जसप्रीत सिंह जस्सी और गोविन्द सिंह निवासी ऋषि नगर ने बताया कि दो महीने पहले पुलिस ने उसका प्रदूषण का चालान काट दिया।
वह 3 घंटे कतार में लगा रहा, लेकिन जब नंबर आया तो उसका वहां नाम पता ही नहीं निकला, उसको कहा गया कि आप दूसरी कोर्ट में पहुंच जाएं और वहां भी उनके साथ ऐसा ही हुआ। चौथी जगह जाकर 3 घंटे बाद उनका नंबर सही पाया गया। इसी तरह नंगल डैम से पहुंचे कुलविंदर सिंह,गणेश कुमार ऊना,अमरजीत सिंह, करनैल सिंह मेहटियाना, जसबीर सिंह बस्सी मरूफ, लाल चंद नरूड़, केवल सिंह सतनौर, रामपाल बड़ेसरों, काला करनाणा समेत 50 से अधिक युवक गर्मी में लाइन में लगे रहे।
आखिर में परेशान होकर दूसरी लाइन में खड़े होते रहे। लोगों को परेशान होते देख कोर्ट कॉम्प्लेक्स में काम करने वाले वकीलों के मुंशियों ने हर कोर्ट के आगे लगी लोक अदालत की कमान संभाल ली और 12 बजे के बाद उन्होंने परेशान हो रहे सभी ऐसे युवकों के कागज पर्चियां चेक कर उनको सही जगह चालान पेशी के लिए भेजना शुरू किया, जिससे उनको राहत मिली।
दंपति का झगड़ा सुलझाया... पति बोला-शराब को हाथ नहीं लगाएगा, पत्नी व बच्चों के साथ घर गया
इस साल की दूसरी राष्ट्रीय लोक अदालत शनिवार को लगाई। सीजेएम-कम-सचिव जिला कानूनी सेवाएं अथाॅरिटी अपराजिता जोशी ने बताया कि जिला एवं सत्र न्यायधीश-कम-चेयरमैन जिला कानूनी सेवाएं अथारिटी अमरजोत भट्टी के नेतृत्व में जिले में लगाई गई लोक अदालत में कुल 22 बेंच बनाए गए। होशियारपुर में 11 बेंच, सब-डिविजन दसूहा में 5 बेंच, मुकेरियां में 3 व गढ़शंकर में 3 बेंच का गठन किया गया। उन्होंने बताया कि लोक अदालतों में 3552 केसों की सुनवाई हुई व 1772 केसों का मौके पर निपटारा किया गया और कुल 17,50,17,882 रुपए के अवार्ड पास किए गए।
राष्ट्रीय लोक अदालत में प्रिंसिपल जज फैमिली कोर्ट गोपाल अरोड़ा के नेतृत्व में गठित बेंच में एक केस में पत्नी ने अपने पति से खर्चा लेने के लिए धारा 125 सीआरपीसी का केस लगाया था। पत्नी अपने पति के ज्यादा शराब पीने से दुखी थ। बेंच की कोशिशों से उसके पति को शराब पीने के नुकसान के बारे में समझाया गया। इस पर पति ने शराब छोड़ने की कोर्ट में स्टेटमेंट दी कि वह आज से शराब नहीं पीएगा व अपनी पत्नी व बच्चों की पूरी देखभाल करेगा।
इस तरह बेंच की कोशिशों से दंपति व बच्चों का पुनर्वास हुआ। वहीं, यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड डिविजनल ऑफिस होशियारपुर ने यूनाइटेड इंश्योरेंस कंपनी के चार केसों का निपटारा करवाया व मोटर एक्सीडेंट क्लेम ट्रिब्यूनल का अवार्ड पास किया गया, जिसकी कुल राश 44,70,000 रुपए थी, जिसमें मौके पर इंश्योरेंस कंपनी की ओर से उक्त राशि की अदायगी संबंधित पार्टियों को कर दी गई। 4 रोड एक्सीडेंट केसों में 8 लाख रुपए का मुआवजा देने के लिए अवार्ड पास किए गए
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