4 घंटे ड्रामा:1:22 पर कौंसलर ने बिना डाॅक्टर्स के यूपीएचसी का किया उद्घाटन, 2:06 बजे पुलिस ने दोबारा कराई इनोग्रेशन

जालंधर2 वर्ष पहलेलेखक: प्रभमीत सिंह
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1:22 बजे...कौंसलर मनदीप जस्सल ने अपने कुछ समर्थकों को पास बुलाया और मंत्री, सांसद, विधायक के न आने की बात कहते हुए शिलापट्‌ट से पर्दा हटा दिया। - Dainik Bhaskar
1:22 बजे...कौंसलर मनदीप जस्सल ने अपने कुछ समर्थकों को पास बुलाया और मंत्री, सांसद, विधायक के न आने की बात कहते हुए शिलापट्‌ट से पर्दा हटा दिया।
  • क्रेडिट वार... यूपीएचसी में 10 बेड, दो डॉक्टर, फार्मासिस्ट और एलटी दे रहे सुविधाएं, वैक्सीन सेंटर भी पहले से ही चल रहा
  • पूरे राह ‘हर इक सियासी लीडर दा पिंड विच आउण ते विरोध कीता जावेगा’ के पोस्टर लगाए

दो साल से धन्नोवाली गांव में चल रहे अर्बन प्राइमरी हेल्थ सेंटर का हंगामे, विरोध प्रदर्शन और नारेबाजी के बीच बुधवार को दो बार उद्घाटन किया गया। सेंटर का उद्घाटन करने सेहत मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने आना था, लेकिन गांववासियों और भाकियू राजेवाल के विरोध के चलते दौरा रद हो गया। गांववासियों को जब पता लगा कि दो साल से चल रहे हेल्थ सेंटर का उद्घाटन करने मंत्री सिद्धू आ रहे हैं तो वे भड़क उठे।

बोले- सेंटर बनाने में दिन-रात मेहनत उन्होंने की, अब राजनीति चमकाने के लिए लीडर आ रहे हैं। भारतीय किसान यूनियन (राजेवाल) भी गांववासियों के साथ खड़ी हो गई और गांव के एंट्री पॉइंट से लेकर हेल्थ सेंटर तक ‘हर इक सियासी लीडर दा पिंड विच आउण ते विरोध कीता जावेगा’ के पोस्टर लगा दिए। आखिर 10:45 बजे किसान यूनियन और गांववासियों ने सेंटर के बाहर धरना लगा दिया।

किसानों ने कहा कि पुलिस और जिला प्रशासन ने मिलीभगत के चलते कांग्रेसी कौंसलर का साथ दिया। पुलिस की साजिश थी कि जस्सल को अंदर बुलाएंगे और उद्घाटन करवा देंगे। जस्सल ने 1:22 पर तो पुलिस ने 2:06 पर दोबारा उद्घाटन करवाकर किसानों व गांववासियों को शांत किया

बिगड़े हालात संभालने के लिए डीसीपी, एडीसीपी, 7 एसीपी, 4 एसएचओ और 60 से ज्यादा मुलाजिमों ने की मशक्कत, मुश्किल से लोगों को शांत किया

1:30 बजे...भाकियू राजेवाल, गांववासियों के साथ पुलिस की हल्की झड़प हुई। वे सेंटर के अंदर आना चाहते थे। पुलिस ने रोका तो कई नौजवान दीवारें फांदकर सेंटर के अंदर पहुंच गए।
1:30 बजे...भाकियू राजेवाल, गांववासियों के साथ पुलिस की हल्की झड़प हुई। वे सेंटर के अंदर आना चाहते थे। पुलिस ने रोका तो कई नौजवान दीवारें फांदकर सेंटर के अंदर पहुंच गए।
1:45 बजे...किसान नेता और गांववासियों ने कहा कि वे गांव में किसी लीडर को नहीं देखना चाहते। सारा काम गांववासियों ने किया तो क्रेडिट नेताओं को क्यों मिले।
1:45 बजे...किसान नेता और गांववासियों ने कहा कि वे गांव में किसी लीडर को नहीं देखना चाहते। सारा काम गांववासियों ने किया तो क्रेडिट नेताओं को क्यों मिले।

एक तरफ तैयारियां तो दूसरी तरफ शुरू हो गई नारेबाजी
सेहत विभाग के डॉक्टर हेल्थ सेंटर के उद्धाटन की तैयारी कर रहे थे कि 10:40 बजे किसान यूनियन और गांववासियों ने नारेबाजी शुरू कर दी। एसीपी सेंट्रल हरसिमरत सिंह और थाना रामामंडी के एसएचओ ने किसानों को सेंटर के बाहर रोक दिया। इसके बाद डीसीपी गुरमीत सिंह, एडीसीपी जगजीत सिंह सरोआ, 6 एसीपी, 5 थानों के एसएचओ और 40 कांस्टेबल मौके पर पहुंच गए। सेंटर के अंदर कांग्रेसी कौंसलर मनदीप सिंह जस्सल पहले से मौजूद थे, जिनका गांववासी तीखा विरोध जता रहे थे। तनाव बढ़ता देख गांव धन्नोवाली को पुलिस छावनी में तबदील कर दिया गया।

इधर; गांववासी और किसानों से बातचीत, उधर; कौंसलर जस्सल ने हटा दिया शिलापट्‌ट से पर्दा
मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू का दौरा रद होने के बाद सेहत विभाग के डॉक्टर और पुलिस डिपार्टमेंट ने उद्घाटन समारोह रद करने का फैसला ले लिया। डीसीपी और अन्य अफसरों ने गांववासियों और भाकियू को बुलाया। जैसे ही वे सेंटर में बात करने पहुंचे तो कांग्रेसी कौंसलर मनदीप जस्सल ने अपने समर्थकों के साथ नींवपत्थर वाले स्थान पर पहुंचे और बोले- सेहत मंत्री बलवीर सिंह सिद्धू किसी कारणवश आ नहीं सके। विधायक बेरी ने गांव के बुजुर्गों को साथ लेकर उद्घाटन करने के लिए कहा है। इतना कहते ही उन्होंने शिलापट्‌ट से पर्दा हटा दिया।

दीवारें फांदकर युवा सेंटर में घुसे, पुलिस जस्सल को सुरक्षा देकर सेंटर में ले गई
सुबह 10 बजे से प्रदर्शन चल रहा था। दोपहर 1:22 बजे जस्सल ने सेंटर का उद्घाटन कर दिया तो यूनियन का गुस्सा फूट पड़ा। सेंटर के बाहर तैनात पुलिस फोर्स ने सेंटर के दरवाजे बंद कर दिए, लेकिन महिलाएं नारे लगाती हुईं सेंटर में आ गईं और युवा दीवारें फांदकर अंदर घुस आए। पुलिस कौंसलर मनदीप जस्सल को सेंटर के अंदर कमरे में ले गई।

गांववासी, किसान यूनियन और डॉक्टर्स ने उद्घाटन किया तो मामला शांत हुआ
गांववासी सुखदीप सिंह गोगा ने बताया कि उन्होंने 2008 से हेल्थ सेंटर के लिए प्रयास शुरू किए। 6 साल में कई अप्रूवल लीं, फाइनांस विभाग से 50.41 लाख रुपए सेंक्शन करवाए। सेहत विभाग ने कहा कि जब तक जमीन हेल्थ विभाग के नाम नहीं होती, सेंटर नहीं बनेगा तो वह काम भी करवाया। सेंटर में बिजली के मीटर के कनेक्शन में भी उनकी गवाही है। ऐसे में गांववासी बर्दाश्त नहीं करेंगे कि सेंटर का उद्घाटन कोई नेता करे। इसके बाद पुलिस, सेहत विभाग ने किसानों को मनाकर 44 मिनट बाद सिविल सर्जन, गांववासियों और किसान यूनियन के साथ दोबारा हेल्थ सेंटर का उद्धाटन करवाया और मामला शांत हुआ।

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