जालंधर में घर में घुसकर जानलेवा हमला:भार्गव कैंप की वारदात; 2 बार आए बदमाश; बड़े भाई की बाजू तोड़ी, छोटा गंभीर घायल

जालंधरएक वर्ष पहले
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गगन, जिसकी हमलावरों ने बाजू तोड़ डाली आपबीती सुनाता हुआ। - Dainik Bhaskar
गगन, जिसकी हमलावरों ने बाजू तोड़ डाली आपबीती सुनाता हुआ।

पंजाब के जालंधर जिले का भार्गव कैंप अराजक घटनाओं का केंद्र बनता जा रहा है। यहां एक हफ्ते के दौरान दूसरी खूनी वारदात हो गई। हमलावरों ने सोमवार देर रात भार्गव कैंप में एक घर में दो बार घुसकर हमला किया। एक भाई की पहले बाजू तोड़ी, उसके बाद छोटे भाई को तेजधार हथियारों से हमला करके लहूलुहान कर दिया। दोनों भाइयों को देर रात परिजनों ने सिविल अस्पताल में पहुंचाया, जहां वे उपचाराधीन हैं। जिस युवक की बाजू तोड़ी, उसकी पहचान गगन के रूप में हुई है। गगन ने बताया कि वह ढोली का काम करता है। रात को काम से लौट रहा था तो घर के पार्क के पास कुछ युवकों ने उसे घेर लिया। उसे बुरी तरह से पीटा और उसकी बाजू तोड़ दी।

जब घर वाले गगन को घायलावस्था में सिविल अस्पताल में लेकर आए तो पीछे से हमलावरों ने दोबारा फिर से घर पर हमला कर दिया। घर में घुसकर उसके छोटे भाई रमन को तेजधार हथियारों से काट डाला। घायल रमन ने बताया कि वह रात करीब 11 बजे अपने घर के बाहर टहल रहा था। इतने में 20-25 युवक तलवारें, डंडे, रॉड और दरात इत्यादि लेकर आ गए। उन्होंने पहले मेरा नाम पूछा और इतना पूछते ही तलवार से हमला कर दिया। वह भागा तो हथियारबंद लोग भी उसके पीछे भागे औऱ उसके घर में घुस गए। इसके बाद उन्होंने उस पर कई वार किए। गगन-रमन के तीसरे भाई, पिता और दादी ने घर की छत पर छिपकर जान बचाई।

फोन करने के बावजूद देरी से पहुंची पुलिस

घायल गगन-रमन की मां ने बताया कि घर पर जब अराजक तत्वों ने हमला किया तो उसके पति ने छत पर छिपकर अपनी जान बचाई। इसी दौरान उन्होंने पुलिस को भी फोन किया। लेकिन मौके पर कोई पुलिस कर्मचारी नहीं पहुंचा। वह घायल छोटे बेटे को गाड़ी में डालकर सिविल अस्पताल में भी पहुंच गए, लेकिन पुलिस वारदात वाली जगह पर नहीं पहुंची। पड़ोसियों ने बताया कि वारदात के करीब डेढ़-दो घंटे बाद पुलिस मौके पर पहुंची थी। तब तक तो हमलावर भाग चुके थे। पड़ोसियों ने यह भी बताया कि हमलावर तीन गाड़ियों और 10 से 15 मोटरसाइकिलों पर सवार थे। उन्होंने दूसरे मोहल्लों में जाकर भी हुड़दंग मचाया।

इधर पुलिस का फ्लैग मार्च उधर वारदात

एक तरफ जिला प्रशासन ने जिले में धारा 144 लागू करिक किसी भी किस्म के हथियार लेकर चलने, 5 से ज्यादा लोगों के इकट्ठे चलने पर पाबंदी लगा रखी है। लेकिन अराजक तत्व खाकी से बेखौफ होकर दनदनाते फिर रहे हैं। एक तरफ पुलिस शहर की सड़कों पर फ्लैग मार्च निकाल रही है, दूसरी तरफ रात के अंधेरे में लोगों पर अराजक तत्व तेजधार हथियारों के साथ झुंडों में आकर लोगों के घरों पर हमले कर रहे हैं। मोहल्लावासियों ने कहा कि भार्गव कैंप में लोग दहशत के साए में जी रहे हैं। आए दिन वहां पर खूनी झड़पें हो रही हैं। तेजधार हथियारों से लोगों को काटा जा रहा है, लूटा जा रहा है। लेकिन रात को कोरोना कर्फ्यू होने के बावजूद इलाके में कोई पुलिस कर्मी नजर नहीं आता है।