पंजाब में स्टेट रोडवेज और पनबस के तकरीबन 10 हजार कांट्रैक्ट कर्मचारी खुद को पक्का करने की मांग को लेकर 6 दिसंबर रात 12 बजे से हड़ताल पर जा रहे हैं। इसकी वजह से आज रात 12 बजे से न तो पंजाब के अंदर ये बसें चलेंगी और न ही दिल्ली, हरियाणा, हिमाचल, राजस्थान, जम्मू-कश्मीर व उत्तराखंड के लिए सरकारी बस सेवा उपलब्ध होगी।
स्टेट रोडवेज और पनबस के कांट्रैक्ट कर्मचारियों के इस चक्का जाम के कारण दिल्ली, चंडीगढ़, अंबाला, यमुनानगर, जयपुर, हरिद्वार, हल्द्वानी, जम्मू समेत तमाम अंतरराज्यीय रूट्स पर बसें उपलब्ध नहीं होंगी। गौरतलब है कि कांट्रैक्ट कर्मचारी इससे पहले सितंबर में भी हड़ताल पर गए थे। तब एक सप्ताह पंजाब से बस सेवाएं प्रभावित रही थीं।
पंजाब रोडवेज में इस समय बहुत कम संख्या में रेगुलर कर्मचारी बचे हैं और कांट्रैक्ट कर्मचारियों की हड़ताल के बाद बसें चलाने की जिम्मेदारी इन्हीं के कंधों पर होगी। चूंकि इनकी संख्या बहुत कम है इसलिए पंजाब में सोमवार रात 12 बजे से बस सेवा बुरी तरह प्रभावित हो सकती है।
हालात का अंदाजा सिर्फ इसी बात से लगाया जा सकता है कि पंजाब रोडवेज के जालंधर-1 डिपो के पास इस समय फ्लीट में 91 बसें हैं जिनमें से 21 पंजाब रोडवेज और 70 पनबस की हैं। इस डिपो में मात्र 7 रेगुलर ड्राइवर हैं। इनमें से भी एक मेडिकल लीव पर है। रिटायरमेंट के बेहद करीब पहुंच चुके बाकी 6 ड्राइवर को भी इंटर स्टेट या लंबे रूट पर भेजना संभव नहीं हो पाएगा। दूसरे सभी डिपो की भी लगभग यही स्थिति है।
निजी और अन्य राज्यों के बसवालों की चांदी
स्टेट रोडवेज और पनबस के कांट्रैक्ट कर्मचारियों की इस हड़ताल के कारण पंजाब में रोडवेज, पनबस और PRTC की अधिकतर बसें सड़कों पर नहीं चल पाएंगी। ऐसे में प्राइवेट और दूसरे राज्यों के बस वाले पूरी तरह फायदा उठाएंगे। यात्रियों के पास भी इन बसों में सफर करने के अलावा दूसरा विकल्प नहीं होगा।
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