पंजाब में जालंधर पुलिस ने महिलाओं के एक ऐसे गैंग का पर्दाफ़ाश किया है, जो बैंकों में पैसे जमा कराने आए या बैंक से पैसे निकलवा कर जा रहे लोगों की जेबें तराश लेता था। यह गैंग मध्यप्रदेश (MP) की 6 महिलाओं का है। इस गैंग की मेंबर जालंधर में 10-15 दिन के लिए झूठी कहानी बताकर कमरे किराये पर लेती थी और वारदात के बाद ठिकाना बदल लेती थीं। यह गैंग जालंधर, नवांशहर और होशियारपुर जिले में कई लोगों को चूना लगा चुका है।
लुटेरी महिलाओं के निशाने पर ज्यादातर बुजुर्ग लोग रहते थे। वारदात करने के लिए सभी किसी भी बैंक या ATM के बाहर जमा हो जाती थीं। जैसे ही कोई बुजुर्ग पैसे निकलवाने के लिए या पैसे जमा करवाने के लिए बैंक में आता था तो उसके पीछे लग जाती थीं। उसके बाद मौका मिलते ही वे जेबें या बैग तराश कर कैश चुरा कर गायब हो जाती थीं।
इन लुटेरी महिलाओं का पर्दाफ़ाश होशियरपुर के दसूहा में हुआ। दसूहा पुलिस के पास एक बुजुर्ग अमलोक सिंह निवासी शरीफपुर ने शिकायत दर्ज करवाई थी कि उसने बैंक खाते से 60000 रुपए निकलवाए थे। उन्होंने 50 हजार रुपए कुर्ते की साइड वाली जेब में डाले, जबकि 10 हजार रुपए कुर्ते की अगली जेब में डाले, लेकिन घर पहुंचा तो जेब से 50 हजार गायब मिले।
बुजुर्ग की शिकायत पर पुलिस थाना दसूहा के प्रभारी बिक्रमजीत सिंह बैंक में गए और वहां पर लगे CCTV कैमरों के साथ-साथ आस पास लगे CCTV कैमरों की फुटेज को अपने कब्जे में लिया। CCTV फुटेज देखने में पता चला कि गिरोह की महिलाएं ऑटो से आईं और बहुत ही चतुराई से बुजुर्ग की जेब से पैसे निकाल कर चली गईंं।
पुलिस ने ऑटो किस दिशा से आया और वारदात के बाद किस दिशा में गया, इसे चैक किया। पुलिस ने ऑटो का नंबर भी चैक किया। इसके बाद पुलिस के हत्थे ऑटो वाला चढ़ा तो गैंग का पर्दाफाश हो गया। ऑटो वाला भी इस महिला गैंग के साथ मिला हुआ था। गैंग इसी ऑटो में वारदात करने जाती थी।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि महिलाओं की पहचान देसन सोनम, अर्चना, ज्योति, सरिता, कोले, भारती के रूप में हुई है। सभी मध्य प्रदेश के गुलखेड़ी थाना बोहरा जिला राजगढ़ की रहने वाली हैं, जबकि ऑटो चालक की पहचान पवन कुमार पुत्र वजीर चंद रायपुर रसूलपुर जिला जालंधर के रूप में हुई है।
पुलिस ने सभी को कोर्ट में पेश किया, जहां से इन्हें पूछताछ के लिए 2 दिन के रिमांड पर भेज दिया गया। दसूहा के DSP बलबीर सिंह ने बताया कि महिलाओं के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारी 379बी, षड्यंत्र के लिए 120बी के तहत मामला दर्ज किया गया है।
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