केंद्र सरकार पंजाब समेत 7 राज्यों में 12-17 साल के बच्चों को कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीनेशन ड्राइव का पायलट प्रोजेक्ट शुरू कर रही है। प्रदेश के किस जिले में वैक्सीनेशन ड्राइव का पहला चरण चलेगा इसका अभी कोई प्रारूप राज्य स्वास्थ्य विभाग ने तैयार नहीं किया है। विभाग का कहना है कि अभी इस संबंध में अधिकारिक तौर पर कोई सूचना उनके पास नहीं है। केंद्र के निर्देशों के तहत जिलों के चयन का चयन करने की जिम्मेदारी राज्यों को दी गई है। राज्य के उन जिलों में पायलट प्रोजेक्ट चलेगा जहां आबादी ज्यादा है।
पिछले दिनों देश में बच्चों को कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन लगाने पर फैसला हुआ था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद इसकी घोषणा की थी। बैठकों के बाद इस पायलट प्रोजेक्ट का सारा प्रारूप बन गया। बैठक में तय हुआ कि प्रथम चरण में पंजाब समेत बिहार, झारखंड, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश आदि राज्यों में बच्चों को कोरोना वैक्सीन लगेगी।
18 से कम उम्र वालों को दी जानी है डोज
कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए बच्चों की इम्यूनिटी को स्ट्रांग बनाने के लिए वैक्सीन की डोज 18 साल से कम उम्र वालों को दी जानी है। इसके लिए केंद्रीय स्तर पर तो सारी रूपरेखा तय हो चुकी है, लेकिन अभी तक राज्यों में यह जमीन पर नहीं उतर पाई है।
अभी कोई आदेश नहीं मिले
पंजाब के स्वाथ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि बच्चों को कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन लगाई जानी है। इसकी सुनी सुनाई जानकारी तो है, लेकिन अभी तक इसके विभाग के पास कोई लिखित आदेश नहीं आए हैं। स्वास्थ्य विभाग में वैक्सीनेशन कार्यक्रम की प्रमुख डॉक्टर बलविंदर कौर ने कहा कि यह तो तय है, लेकिन पंजाब को पायलट प्रोजेक्ट में लिया गया है इसके विभाग के पास अभी तक कोई लिखित आदेश नहीं है।
उन्होंने बताया कि पायलट प्रोजेक्ट के तहत वैसे तो चयनित स्थानों पर ही टीकाकरण होता है, लेकिन अब आदेशों में क्या आता है उन्हें देखकर ही कुछ बताया जा सकता है। राज्यों में कुछ जिलों में आबादी के हिसाब से प्रोजेक्ट चलाने पर उन्होंने कहा कि इसके सारे आंकड़े विभाग के पास हैं। आदेशों में यदि ऐसा कुछ होगा तो उसी समय तय कर दिया जाएगा। फिलहाल अभी तक उन्हें ऐसी कोई डायरेक्शन नहीं मिली है।
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