लोगों को कल पंजाबभर में जाम का शिकार होना पड़ सकता है। कल से किसान दोआबा-माझा और मालवा तीनों क्षेत्रों में धरने लगाकर सड़कें जाम करने जा रहे हैं। धरने गन्ने के रेट और शूगर मिलों से न मिलने वाले पिछले बकाया को लेकर लगाए जाएंगे। ऐसे में अगर किसी जरूरी काम से सफर पर निकल रहे हैं तो वैकल्पिक रास्तों का ही इस्तेमाल करें।
हालांकि किसानों के प्रदेशभर में होने वाले प्रदर्शन को रोकने के लिए शाम के वक्त सरकार ने किसान नेताओं के साथ बैठक बुलाई है। यह बैठक मुख्यमंत्री ने खुद बुलाई है। साढ़े पांच बजे के बाद से मुख्यमंत्री के साथ किसान नेताओं की मीटिंग चल रही है लेकिन अभी तक ढाई घंटे बाद भी कोई नतीजा सामने नहीं आया है।
संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले धरने जिला होशियारपुर में दसूहा शूगर मिल के पास, गुरदासपुर में धारीवाल चौक या बाइपास पर, सरहिंद में पुलिस थाने के पास, तपामंडी में श्री गंगानगर-बठिंडा रोड पर, बल्लूआणा और फिरोजपुर में लगाए जाएंगे। इन सभी स्थानों पर किसान अपनी ट्रैक्टर-ट्रालियां लगाकर सड़कों को अनिश्चितकाल के लिए जाम करेंगे।
संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं का कहना है कि शूगर मिलों के पास किसानों का 420 करोड़ रुपया बकाया है। सरकार से बार-बार हुई मीटिंगों में मिले आश्वासनों के बावजूद उन्हें अभी तक अदायगी नहीं हुई है। सरकार के साथ समझौता हुआ था कि गन्ने का नया मूल्य 450 रुपए प्रति क्विंटल किया जाएगा, लेकिन अभी कर नया रेट लागू नहीं किया गया है।
किसान नेताओं का कहना है कि 450 रुपए प्रति क्विंटल से नीचे गन्ने का भाव किसानों को घाटे का सौदा है। बीज-खाद से लेकर हर प्रकार के पेस्टिसाइड व अन्य दवाइयों की कीमतें आसमान पर पहुंच गई हैं, लेकिन सरकार गन्ने का भाव नहीं बढ़ा रही है। ओलावृष्टि के कारण किसानों की खराब हुई फसल और कंटीली तारों की पार वाली जमीन का अभी तक मुआवजा नहीं मिला है।
सरकार ने नहरी पानी खेतों का तक पहुंचाने का वादा किया, लेकिन भी तक सिंचाई के लिए पानी की कोई व्यवस्था नहीं हो पाई है। इन सभी कारणों से आज सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया जाएगा।
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