पटियाला में पूर्व कांग्रेसी सरपंच की हत्या:गांव झिल सिओणा में तारा दत्त पर अंधाधुंध फायरिंग, अस्पताल में उपचार के दौरान तोड़ा दम

पटियालाएक वर्ष पहले
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विधानसभा चुनाव आते ही वारदातों का सिलसिला भी शुरू हो गया है। मंगलवार को पटियाला में गांव झिल सिओणा के पूर्व सरपंच एवं कांग्रेस नेता तारा दत्त की अज्ञात लोगों ने गोलियां मार कर हत्या कर दी। वारदात के वक्त तारा दत्त साथ ही लगते त्रिपड़ी विकास नगर की तरफ जा रहा था।

पूर्व सरपंच की गाड़ी के बोनट और शीशे पर लगे गोलियों के निशान।
पूर्व सरपंच की गाड़ी के बोनट और शीशे पर लगे गोलियों के निशान।

पूर्व सरपंच के आने की हत्यारों को पहले से ही सूचना थी और वह घात लगाकर बैठे थे। जैसे तारा दत्त की गाड़ी आई तो हत्यारों ने उस पर अंधाधुंध गोलियां चलानी शुरू कर दी। कई गोलियां गाड़ी के बोनट और शीशे पर लगी हैं। बताया जा रहा है कि पूर्व सरपंच को 7 गोलियां मारी गई हैं।

पूर्व सरपंच एवं कांग्रेस नेता तारा दत्त
पूर्व सरपंच एवं कांग्रेस नेता तारा दत्त

फायरिंग की आवाज सुनकर लोग घटनास्थल की तरफ भागे और बुरी तरह से जख्मी पूर्व सरपंच को गाड़ी में डालकर पटियाला के एक निजी अमर अस्पताल में पहुंचाया। यहां उपचार के दौरान ही तारा दत्त ने दम तोड़ दिया। गोलियां किसने चलाई हैं, इसका अभी पता नहीं चल पाया है। न ही यह पता चल पाया है कि इस वारदात को अंजाम किसी रंजिश में दिया गया है या फिर कोई और वजह थी। किसी ने अभी तक पूर्व सरपंच को गोली मारने की जिम्मेदारी भी नहीं ली है, लेकिन पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक मारे गए पूर्व सरपंच पर भी मारपीट के कई मामले दर्ज थे।

पटियाला से मंत्री ब्रह्म महिंदरा के खासमखास रहे तारा दत्त को एक युवक की हत्या के मामले में भी नामजद किया गया था, लेकिन केस की जांच के दौरान उसे पुलिस ने क्लीन चिट दे दी थी। इस मामले में पूर्व सरपंच ने अपनी अग्रिम जमानत भी करवाई थी।

वारदात स्थल पर जमा लोग और जानकारी जुटाती पुलिस।
वारदात स्थल पर जमा लोग और जानकारी जुटाती पुलिस।

पूर्व सरपंच तारा दत्त की हत्या के बाद क्षेत्र में हड़कंप मच गया। आसपास के लोग घटना स्थल पर जमा हो गए। मौके पर पुलिस भी पहुंच गई। पुलिस ने मौके से गोलियों के खोल बरामद किए हैं। पता चला है कि तारा दत्त ने साथ ही लगते त्रिपड़ी के विकास नगर में नए मकान का काम लगाया हुआ था। उसकी देखरेख और मिस्त्रियों को चाय देने के लिए ही वह घर से वहां के लिए निकला था। हमलावरों को इस बात की पूरी जानकारी थी कि कि वह वहां पर जाएगा, इसलिए वह पहले ही रास्ते में घात लगाकर बैठे हुए थे। जैसे ही तारा दत्त अपनी कार में आया तो उन्होंने उसे वहीं पर गोलियां मार कर मौत के घाट उतार दिया।