किसानों ने शुगर मिल के सामने हाईवे पर पहले एक ही लेन लुधियाना जालंधर वाली रोक रखी थी, लेकिन अब नकोदर रोड समेत चौक पर पूरा हाईवे बंद कर देने से लोगों को खासी परेशानी झेलनी पड़ रही है। पिछली शाम को जब किसान नकोदर वाला रोड जिसमें शहर के सतनामपुर, भगतपुरा, हदियाबाद, आदर्श नगर इत्यादि मोहल्ले पड़ते हैं को ट्रॉली लगाकर बंद कर रहे थे तो वहां पर लोगों की बहस हो गई।
लोग कह रहे थे कि कम से कम लोकल लोगों को आने-जाने के लिए स्कूटर-मोटरसाइकिल निकालने लायक रास्ता तो छोड़ दो, लेकिन किसान नेताओं का कहना था उन्होंने सारा हाईवे रोक रखा है। यह तो पुलिस वालों की गलती है कि आपको हाईवे पर आने ही क्यों दे रहे हैं। इसी बीच लोगों का कहना था कि हम सब भी आपके साथ हैं आपके समर्थन में हैं, लेकिन यदि जनता परेशान होगी तो फिर वह आपको सपोर्ट नहीं करेगी।
इसी बीच एक महिला किसान नेताओं को खरी-खोटी सुना रही थी तो मौके पर मौजूद किसान नेताओं ने कहा कि वह शौक से यहां पर नहीं बैठे हैं। शुगर मिल के पास करोड़ों रुपया फंसा है। सरकार अभी दे दे हम उठकर चले जाएंगे। किसान नेता ने कहा कि किसी दिन पुल पर रात गुजार कर देखो पता चल जाएगा सारी रात मच्छर सोने नहीं देते।
उन्होंने कहा कि वह भी जानते हैं कि लोगों को परेशानी हो रही है। उन्हें भी अच्छा नहीं लगता जब लोग आकर बहस करते हैं। लेकिन वह क्या करें, मजबूर होकर यहां बैठे हैं। उन्होंने हाथ जोड़कर लोगों से उनका समर्थन करने के लिए कहा। लेकिन कुछ लोग कह रहे थे कि लोगों को सुबह बच्चों को स्कूल छोड़ने जाना होता है। सब्जी भाजी के लिए बाजार में जाना होता है, सर्विस क्लास को नौकरी के लिए भी इसी रास्ते से होकर बस अड्डे या स्टेशन पर जाना होता है। इसलिए कम से कम मोटरसाइकिल स्कूटर के लिए रास्ता खोल दें। इस पर उन्होंने कहा कि उनके नेता मीटिंग करने गए हैं। आते हैं तो वह जरूर बात करेंगे।
मूक दर्शक बनकर खड़ी रही पुलिस
मौके पर लोगों औऱ किसानों में बहस हो रही थी साथ ही खड़े पुलिस वाले जेबों में हाथ डालकर आराम से गप्पें हांक रहे थे। उन्हें जब पता है कि किसानों ने हाईवे बंद कर रखा है तो वह बस स्टैंड से चढ़ने वाले एलिवेटेड रोड पर रही लोगों को रोक दें। जब कुछ लोगों ने बीच में दखल दिया तो पुलिस वाले मौके पर आए और लोगों को समझाने लगे कि आप वापस चले जाओ। यहां पर रोड बंद किया गया है।
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