जिला जालंधर के तहत आते उप मंडल फिल्लौर में पुलिस ने नशे की एक बड़ी खेप पकड़ी है। पुलिस ने 2 किलो अफीम, 20 किलो चूरा पोस्त, 2 ग्राम हेरोइन और 70 हजार ड्रग मनी पकड़ी है। इस खेप के साथ तीन तस्करों को पकड़ा। फिल्लौर में खेप राजस्थान औऱ मध्य प्रदेश से आई थी। पकड़े गए तीन तस्करों में से दो राजस्थान और मध्यप्रदेश के हैं।
डीएसपी फिल्लौर जतिंदर ने बताया कि फिल्लौर के थाना प्रभारी को गुप्त सूचना मिली थी कि अकलपुर गांव के रहने वाले सुरजीत सिंह उर्फ जीता पुत्र जसविंदर सिंह के पास नशे की सप्लाई आई है। पुलिस ने तुरंत प्रभाव से सुरजीत जीता के घर पर छापामारी की। पुलिस ने जीता के घर से 2 किलो अफीम, 20 किलो चूरा पोस्त औऱ 2 ग्राम हेरोइन बरामद की।
इसके बाद पुलिस वने बिना समय गंवाए जीता को थाने में लाकर उससे पूछताछ की कि यह सप्लाई उसके पास कौन छोड़ कर गया है। जीता ने राजस्थान के जिला चित्तौड़गढ़ के तहत आते गांव सिंहपुर निवासी बीरु लाल पुत्र लालू राम औप मध्यप्रदेश के तहत आते गांव तहराड़ी के पंकज पुत्र गोपाल का नाम बताया। पूछताछ में सुरजीत जीता ने यह भी बताया कि वह सप्लाई देकर अभी निकले हैं।
पुलिस ने तस्कर से हासिल हुई सूचना के आधार पर नाकाबंदी कर दोनों अंतरराज्यीय तस्करों को धर दबोचा। दोनों तस्करों से बेचे गए नशे के करीब 70 हजार रुपये भी बरामद हो गए। दोनों अंतरराज्यीय तस्करों बीरू और पंकज ने बताया कि वह पहले भी कई बार अफीम और चूरा पोस्त की सप्लाई सुरजीत को देकर गए हैं। दोनों तस्करों ने बताया कि जीता उनसे सस्ते भान में अफीम डोडे खरीद कर आगे महंगे दामों पर सप्लाई करता था।
डीएसपी ने बताया कि अकलपुर का पकड़ा गया तस्कर हिस्ट्री शीटर है। उसके ऊपर पहले भी विभिन्न थानों में पांच केस दर्ज हैं और अब छठा मामला दर्ज हो गया है। उन्होंने बताया कि सुरजीत का परिवार ही तस्करों का परिवार है। सुरजीत के पिता जसविंदर सिंह पर भी करीब दो दर्जन मामले दर्ज थे। उसकी अब मौत हो चुकी है।
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