पटियाला में हुए विवाद, मोहाली में इंटेलिजेंस के दफ्तर पर हुए हमले और हरियाणा में पकड़े गए आतंकियों के संबंध में पंजाब से उठाए गए युवकों को लेकर भुलत्थ के विधायक सुखपाल सिंह खैहरा ने सरकार की घेराबंदी की है।
उन्होंने कहा कि जो भी विवाद हुआ, मोहाली में इंटेलिजेंस के दफ्तर पर हमला या फिर करनाल में हरियाणा पुलिस ने आतंकी मॉड्यूल का पर्दाफ़ाश किया, यह सब क़तई ठीक है। दोषियों को सजा मिलनी चाहिए। लेकिन इनकी आड़ में जो पंजाब के बेकसूर युवकों को उठाया जा रहा है, यह दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि जिन भी दस-बारह युवकों को उठाया गया है, वह गरीब हैं। उनके परिवारों की हालत देखो तो खुद पता चल जाएगा कि वह कितने बड़े अराजक तत्व हो सकते हैं।
पटियाला में हुए विवाद पर खैहरा ने कहा कि पुलिस बलजिंदर सिंह परवाना को इसका मास्टरमाइंड बता रही है। जबकि यह सरासर गलत है। जब यह सारी वारदात हुई उस वक्त वह वहां मौजूद ही नहीं था और न ही उसकी इसके पीछे की पटकथा में कोई हाथ था। लेकिन पुलिस फिर भी बलजिंदर को मुख्य आरोपी के साथ-साथ इस सारे घटनाक्रम का दोषी करार दे रही है। उन्होंने कहा कि पुलिस अपने फेलियर का ठीकरा दूसरे के सिरों पर फोड़ रही है।
उन्होंने कहा कहा कि जब हिंदु नेता ने सोशल मीडिया पर पहले ही घोषणा कर दी थी कि वह खालिस्तान के खिलाफ प्रदर्शन करने जा रहे हैं तो फिर पुलिस सोई हुई क्यों रही। क्यों उससे पहले सारे प्रबंध पूरे नहीं किए। पुलिस चाहती तो सारे विवाद को रोका जा सकता था, लेकिन पुलिस की इसमें नाकामयाब रही। अब इनोसेंट लोगों को सरकार के इशारे पर गिरफ्तार करके उन्हें कस्टडी में टॉर्चर कर रही है। उन्होंने कहा कि एक युवक को इतना पीटा गया है कि वह राजिंदरा अस्पताल में भर्ती है।
खैहरा ने कहा कि मोहाली में इंटेलिजेंस के दफ्तर पर हमला हुआ खैर यह बहुत गलत है लेकिन इसमें फेलियर किसका रहा। यदि लोगों की सुरक्षा का जिम्मा उठाने वाली इंटेलिजेंस खुद ही सुरक्षित नहीं है को फिर यह दूसरों की सुरक्षा कैसे कर पाएगी। अब इसकी एवज में भी कुछ इनोसेंट युवकों को पकड़ कर टॉर्चर किया जा रहा और सरकार संदेश देने की कोशिश कर रही है कि यदि किसी ने उनके खिलाफ मुंह खोला तो उसका यही हश्र होगा। उन्होंने कहा कि इन सारे मामलों को लेकर वह डीजीपी पंजाब से भेंट करेंगे।
भगवंत मान की बहन को कैसे मिली सुरक्षा
खैहरा ने कहा कि भगवंत मान की बहन को पंजाब पुलिस की सुरक्षा दी गई है। उन्हें सुरक्षा कवच किस लिहाज से दिया गया है। उन्होंने कहा कि यदि कांग्रेस और अकाली थ्रेट परसेप्शन पर किसी को सुरक्षा दे दें तो वह गलत और आम आदमी पार्टी की सरकार अपने रिश्तेदारों से लेकर दिल्ली में बैठे लोगों को सुरक्षा प्रदान कर दें तो वह सही। उन्होंने भगवंत मान से सवाल किया है कि उनकी बहन को ऐसा कौन सा खतरा उत्पन्न हो गया था कि उन्हें सुरक्षा प्रदान करनी पड़ गई।
अपनी सरकार को भी घेरा
सुखपाल सिंह खैहरा ने कांग्रेस की भी घेराबंदी की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शासन में भी कई युवकों को झूठे केस बनाकर जेलों में डाला गया था। उन्होंने समाना के एक युवक का उदाहरण देते हुए कहा कि उसे पुलिस ने एक नाके पर गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार सिर्फ इस लिए किया गया कि उसके पास कुछ अराजक तत्वों के फोटो मिले थे।
बीस बाईस साल के युवक को पुलिस कस्ट़डी में रखकर जमकर मारा पीटा गया। इसका जब हमने मुद्दा उठाया तो खुद तत्कालीन एसएसपी संतिदर सिंह ने मामला अपने हाथ में लिया था। उन्होंने जब सारे मामले की जांच की तो युवक को क्लीन चिट देकर छोड़ा। यही काम अब राज्य की मौजूदा आम आदमी पार्टी की सरकार कर रही है।
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