सिटी में बड़े स्तर पर शराब की सप्लाई देने वाले अरविंदर सिंह उर्फ ठूठा और उसके साथी मनीष ने रिमांड के दौरान सनसनीखेज खुलासे किए हैं। ठूठा ने खुलासा किया कि वह करीब 10 साल से शराब बेच रहा था। पहले एक पेटी की सप्लाई देने से डरता था, लेकिन जब उसे पुलिस तंत्र में सक्रिय काली भेड़ों का संरक्षण मिला तो वह माफिया बन गया। ठूठा मानता है कि उसने चिट्टा पीना शुरू कर दिया था। चिट्टे में मोटी कमाई के चक्कर में इसकी सप्लाई भी शुरू कर दी थी।
वह पहले चिट्टे की लत लगवाता था और फिर उनसे चिट्टा सप्लाई करता था। उसकी काली कमाई से हिस्सा लेने के लिए लोकल स्तर के नेता और मीडिया से जुड़े कुछ लोग भी आते थे। उन्हें खुश करना पड़ता था, वरना वह किसी न किसी तरीके से उस पर रेड करवा देते थे। हालांकि पुलिस तंत्र में फैली काली भेड़ों का ठूठा सीधे तौर नहीं ले रहा, लेकिन वह कहता है कि उसके मोबाइल की एक साल की कॉल चेक करवा ले, सब पता चल जाएगा कि आखिर लोग उसे क्यों फोन करते थे।
चिट्टे का नेटवर्क सामने आ रहा : एसीपी
उधर, एसीपी निर्मल सिंह ने कहा कि जांच के दौरान चिट्टा बेचने वाला एक नेटवर्क सामने आ रहा है। पुलिस उन पर ट्रैप लगा रही है, ताकि उन्हें चिट्टे के साथ पकड़ा जा सके। एसीपी ने कहा कि जल्द ही ठूठा का पूरा नेटवर्क ब्रेक किया जाएगा। पुलिस केस की जांच जल्द पूरी कर चार्जशीट फाइल करेगी, ताकि ट्रायल शुरू हो सके। बता दें कि मंगलवार देर रात पुलिस ने ठूठा के अमन नगर स्थित घर रेड की थी।
ठूठा के घर में रखे शू रैक से पुलिस ने 330 ग्राम चिट्टा बरामद किया था। ठूठा पर शराब के 25 तो नशा तस्करी कर 3 केस चल रहे हैं। ठूठा एक बड़े कांग्रेसी नेता का रिश्तेदार है। दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर पूछताछ के लिए पांच दिन के रिमांड पर लिया गया है। थाना-8 में दोनों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट की धारा-22 के तहत केस दर्ज किया गया है।
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