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कोरोना काल में लगे लॉकडाउन के चलते ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट को जालंधर आरटीए से 39.51 प्रतिशत राजस्व का नुकसान हुआ है। विभाग को सबसे ज्यादा कॉमर्शियल वाहनों से मिलने वाले राजस्व से करीब 55 फीसदी का नुकसान हुआ है। डिपार्टमेंट को अप्रैल से दिसंबर 2019 में 14010.63 लाख के राजस्व की आय हुई थी, वहीं सरकार को साल 2020 में इसी दाैरान केवल 8474 लाख रुपए का राजस्व मिला है।
हालांकि लॉकडाउन में अधिक संख्या में वाहनों के चालान करने के साथ ही हेलमेट आदि पर जुर्माना लगाने की तेजी से कार्रवाई हुई है, मगर इससे राजस्व में कोई खास बढ़ोतरी नहीं हाे सकी है। दरअसल, विभाग के राजस्व का मुख्य स्रोत में विभिन्न वाहनों से मिलने वाला टैक्स, रजिस्ट्रेशन, रिन्युअल, रोड टैक्स, लाइसेंस फीस के अलावा नए परमिट जारी करने से मिलने वाली फीस शामिल है। मार्च 2020 के बाद पहले 3 महीने तो बाजार बंद रहे। इसके बाद कार्यालय तो खुले, मगर काम रफ्तार नहीं पकड़ पाया है।
धीरे-धीरे व्यवस्था पटरी पर आ रही, अब वाहन चालक टैक्स आदि भरने लगे - आरटीए- साल 2019 में मोटर व्हीकल टैक्स से डिपार्टमेंट को 10696 की आय हुई। यह आय कोरोना के चलते साल 2020 में घटकर महज 5969 तक रह गई। आंकड़े बताते हैं कि सभी मदों में विभाग को कुल 5536.63 के राजस्व का बड़ा नुकसान हुआ है। इस संदर्भ में सेक्रेटरी आरटीए बरजिंदर सिंह का कहना है कि धीरे-धीरे अब व्यवस्था पटरी पर आ रही है तो विभाग भी राजस्व में वृद्धि की उम्मीद है। अब वाहन चालक टैक्स आदि भरने लगे हैं, जिस वजह से राजस्व आने लगा है।
काेराेना के समय मार्च लास्ट से लेकर मई तक सिटी में वाहनों का संचालन लगभग बंद रहा है। इस वजह से लोग वाहनों की किस्त तक नहीं चुकता कर सके। लॉकडाउन में जब लोगों को छूट मिली तो सवारियां इतनी नहीं निकल रही थी। इसके चलते लोगों ने वाहनों की न तो पासिंग कराई और न ही उनका कोई टैक्स जमा किया।
पॉजिटिव- इस समय ग्रह स्थितियां पूर्णतः अनुकूल है। सम्मानजनक स्थितियां बनेंगी। विद्यार्थियों को कैरियर संबंधी किसी समस्या का समाधान मिलने से उत्साह में वृद्धि होगी। आप अपनी किसी कमजोरी पर भी विजय हासिल...
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