रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) व इनकम टैक्स के फर्जी अफसर बन 35 लाख की लॉटरी का लालच देकर जालंधर के व्यक्ति से ठग गिरोह ने 17.38 लाख रुपए ठग लिए। ठगों ने कभी इनकम टैक्स तो कभी दूसरे चार्जेस के बहाने से धीरे-धीरे पैसे ट्रांसफर करवाए, हालांकि जब इतनी बड़ी रकम मिलने के बाद भी लॉटरी की रकम नहीं मिली तो ठगी का अहसास हुआ। जिसके बाद व्यक्ति ने पुलिस को शिकायत की और अब साइबर सैल की जांच के बाद 5 आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। यह आरोपी असम, बिहार व झारखंड के रहने वाले हैं।
वॉट्सऐप पर आया लॉटरी निकलने का फोन
गांव कोठा के रहने वाले राजविंदर सिंह ने बताया कि वह 12वीं पास है और खेतीबाड़ी करते हैं। 14 जून को उनके मोबाइल पर 89297-73361 से शाम करीब 5.30 बजे वॉट्सऐप कॉल आई। फोन करने वाले ने अपना नाम राणा प्रताप बताते हुए कहा कि वो रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) से बोल रहा है। राणा ने कहा कि उनकी 35 लाख की लॉटरी निकली है और यह रकम शिकायत करने वाले राजविंदर के खाते में ट्रांसफर करने के आदेश हुए हैं।
25 हजार रुपए इन्कम टैक्स जमा कराने को कहा
उस व्यक्ति ने राजविंदर से 35 लाख रुपए बैंक खाते में ट्रांसफर करने के लिए चैक की कॉपी मांगी। उन्होंने निजी बैंक के खाते की चैक की कॉपी भेज दी। इसके बाद उसका फिर वॉट्सऐप कॉल आई कि तुम्हारा लॉटरी पर 25 हजार का टैक्स बनता है। उसने बैंक अकाउंट का नंबर दिया और कहा कि यह पैसा आने के बाद उसकी लाॅटरी की फाइल बड़े अधिकारी के पास चली जाएगी। फिर जल्द ही उनके खाते में लॉटरी में जीते 35 लाख आ जाएंगे।
फिर फर्जी इन्कम टैक्स अफसर से कराई बात और मंगवाते रहे पैसे
उन्होंने पैसा ट्रांसफर कर दिया तो अगले दिन यानी 15 जून को उसे 85328-98761 से वॉट्सऐप कॉल आई। उसने कहा कि उसके साथ इन्कम टैक्स के अफसर राजवीर सिंह हैं, इनसे बात कर लो। राजवीर ने उसे एक बैंक खाते का नंबर दिया और कहा कि इसमें 35 हजार रुपए ट्रांसफर कर दो, इसके बाद उनके खाते में लॉटरी का पैसा ट्रांसफर कर दिया जाएगा। उन्होंने 35 हजार रुपए ट्रांसफर किए और स्क्रीनशॉट राजवीर को भेज दिया। राणा प्रताप की उसे फिर वॉट्सऐप कॉल आई। जिसमें उसने 43 हजार रुपए और ट्रांसफर करने को कहा। इसी तरह अलग-अलग समय में उससे पैसे ट्रांसफर करवाए जाते रहे। उसे लगा कि लॉटरी की रकम आने पर सब भरपाई हो जाएगी लेकिन इसके बाद भी उनके खाते में लॉटरी की रकम नहीं आई और अब भी उनसे 80 हजार रुपए और मांगे जा रहे हैं।
पुलिस जांच : पैसे मंगवा दूसरे बैंक खातों में ट्रांसफर करने के साथ कैश निकलवाए
पुलिस के साइबर सैल ने इसकी जांच करते हुए उन सभी बैंक खातों का ब्यौरा निकलवाया, जिनमें शिकायत करने वाले से पैसे जमा कराए गए और उन खातों से आगे जिन बैंक खातों में यह पैसे ट्रांसफर किए गए। इससे पता चला कि ठगी में जया देवनाथ निवासी आनंदा बाजार असम, सनियारा परबीन निवासी पोटा असम, हेमा देवी निवासी सुगांव बधाई टोला ईस्ट चंपारण बिहार, संभावती देवी निवासी सुगौली सीतामढ़ी बिहार व अमित कुमार निवासी न्यू लाइन रिफ्यूजी कॉलोनी जमशेदपुर झारखंड शामिल हैं।
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