रेत माफिया पर शिकंजा कसने के लिए जिला प्रशासन सख्ती में आ गया है। नवनियुक्त डीसी विशेष सारंगल ने रेत की अवैध माइनिंग रोकने के लिए सब डिवीजन स्तर पर फ्लाइंग टीम गठित करने के आदेश दिए। इस टीम में माइनिंग, ड्रेनेज, पुलिस व एसडीएम की अध्यक्षता होगी। एक्शन के लिए एएसआई व सब इंस्पेक्टर टीम में शामिल होंगे। जिले में टीम को कहीं भी रेत की अवैध माइनिंग की सूचना मिलती है तो फ्लाइंग टीम मौके पर एक्शन लेगी। जिले में अब तक रेत की अवैध माइनिंग के 5 मामले दर्ज किए गए हैं। आगे भी फ्लाइंग टीम की रेत माफिया पर चौकस नजर रहेगी। यह आदेश डीसी विशेष सारंगल ने बुधवार जिला टास्क फोर्स की बैठक को संबोधित करते हुए जारी किए।
डीसी ने बैठक दौरान माइनिंग, ड्रेनेज और पुलिस के अधिकारियों को कहा कि वह संबंधित एसडीएम के नेतृत्व में सब डिवीजन स्तर पर भी टास्क फोर्स गठित करे, जिसमें संबंधित विभागों के अलावा पंजाब पुलिस की तरफ से विशेष तौर पर माइनिंग संबंधी एएसआई व सब इंस्पेक्टरों को शामिल किया जाए, ताकि जरूरत पड़ने पर तुरंत कार्यवाही की जा सके। डीसी ने गैरकानूनी माइनिंग में शामिल लोगों विरुद्ध सख्ती के साथ पेश आने के आदेश देते कहा कि पुलिस की तरफ से महत्वपूर्ण स्थानों पर नाकाबंदी की जाए, जिससे रेत की गैरकानूनी ढुलाई को रोका जा सके। जिला स्तरीय टास्क फोर्स जो कि डीसी चेयरमैन के अधीन गठित है, में बतौर सदस्य एसएसपी कपूरथला, वन विभाग के डिविजनल अधिकारी, वातावरण इंजी. पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड, एक्सईएन ड्रेनज, जिला माइनिंग अधिकारी शामिल हैं। डीसी ने सदस्यों को कहा कि वह लगातार क्षेत्र का दौरा करें और विशेष कर भुलत्थ और सुल्तानपुर जिनके अधीन दरिया ब्यास का क्षेत्र ज़्यादा है, पर ज्यादा नजर रखी जाए। बैठक में अतिरिक्त डीसी शहरी विकास अनुपम कलेर, एसडीएम रणदीप सिंह, सहायक कमिशनर रणजीत सिंह, डीएसपी कमलजीत सिंह औलख और एसडीओ. गुरचरन सिंह पन्नू आदि उपस्थित थे।
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